पश्चिम बंगाल उपचुनावों को लेकर अब तस्वीर साफ़ होती नज़र आ रही है।  पश्चिम बंगाल के प्रशासनिक अधिकारियों ने चुनाव आयोग से कहा है कि दुर्गा पूजा के त्योहार से पहले उपचुनाव कराए जा सकते हैं।  

पश्चिम बंगाल में इसी साल विधानसभा चुनाव हुए थे लेकिन प्रत्याशियों के असामयिक निधन के चलते 7 विधानसभा सीटें अभी भी खाली हैं।  इसके अलावा सीएम ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट से अपना चुनाव हार गई थी, अब सीएम पद पर बने रहने के लिए उनका 5 नवंबर से पहले विधायक चुना जाना जरूरी है। 

मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को एक बैठक के दौरान राज्य के दौरान राज्य सीईओ कार्यालय के अधिकारियों ने चुनाव आय़ोग से कहा कि वो दुर्गा पूजा से पहले राज्य में उप-चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। 

 बता दें कि ममता की कुर्सी को देखते हुए तृणमूल कांग्रेस काफी पहले से राज्य में उप-चुनाव कराए जाने की मांग कर रही थी।  ममता बनर्जी का 5 नवंबर तक जनता द्वारा चुना जाना जरुरी है नहीं तो राज्य में संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।  राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि हमारे पास एक महीने से ज्यादा का समय है, अगर आयोग नोटिफिकेशन जारी करते हैं तो दुर्गा पूजा से पहले चुनाव कराए जा सकते हैं। 

चुनाव आयोग को बताया गया है कि 10 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक त्योहारों का सीजन रहेगा और इस दौरान चुनाव करा पाना असंभव है। चुनाव आयोग की इस मांग के मद्देनज़र राज्य के अधिकारियों ने आयोग से कहा है कि वो त्योहार सीजन के शुरू होने से पहले ही उप-चुनाव कराए जाने को लेकर सहमति दे दी है। 

चीफ इलेक्शन कमिश्नर सुशील चंद्रा ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी, डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर सुदीप जैन और चीफ इलेक्ट्रॉल ऑफिसर के साथ बैठक की। यह बैठक मुख्य तौर से इस बात के लिए की गई थी कि राज्य में चुनाव कराने से संबंधित हालातों को समझा जा सके।