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इजराइल ने हवाई हमले में गाजा शहर स्थित दो गगनचुंबी इमारत को निशाना बनाया है। इसके जवाब में हमास और अन्य सशस्त्र समूहों ने दक्षिणी इजराइल पर सैकड़ों रॉकेट दागे है। दोनों तरफ से हुए इन हमलों में बच्चों समेत कुल 28 लोगों की जान चली गई। इजराइल में काम करने वाली केरल की एक महिला की कथित रूप से इस फिलिस्तीनी रॉकेट हमले में मौत हो गई। जबकि 152 अन्य घायल हुए हैं। यरूशलम में हफ्तों के तनाव के बाद यह झड़प हुई हैं।
गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि सोमवार शाम से शुरू हुई झड़प में 10 बच्चों और एक महिला समेत 28 फलस्तीनियों की मौत हुई है। अधिकतर मौत हवाई हमलों से हुई। इजराइली सेना ने कहा कि मरने वालों में कम से कम 16 उग्रवादी थे। इसी दौरान गाजा के उग्रवादियों ने इजराइल की तरफ सैकड़ों रॉकेट दागे जिसमें एस्कलोन शहर में दो इजराइली महिलाओं की मौत हो गई जबकि 10 अन्य घायल हो गए।
वर्तमान हिंसक झड़प में पहली बार इजराइली नागरिकों की मौत के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अधिकारियों ने आतंकी संगठन हमास और गाजा पट्टी में इस्लामिक जिहाद के खिलाफ हमले तेज करने का फैसला किया है। इजराइली सेना के मुताबिक उसने गाजा में उग्रवादी संगठन इस्लामिक जिहाद के एक वरिष्ठ कमांडर को मार दिया है। मारे गए आतंकी कमांडर की पहचान समीह-अल-मामलुक के तौर पर हुई है जो इस्लामिक जिहाद की रॉकेट इकाई का प्रमुख था। सेना ने कहा कि हमले में उग्रवादी संगठन के अन्य बड़े उग्रवादी भी मारे गए हैं।
एक रॉकेट अश्केलोन शहर में 31 साल की सौम्या के घर पर गिरा, जब वह शाम को वीडियो कॉल पर केरल में अपने पति संतोष से बात कर रही थी। संतोष के भाई साजी ने बताया, "मेरे भाई ने वीडियो कॉल के दौरान जोर की आवाज सुनी। अचानक फोन कट गया। फिर हमने तुरंत वहां काम कर रहे अन्य मलयाली लोगों से संपर्क किया। इस तरह हमें घटना के बारे में पता चला।" इडुक्की जिले के कीरिथोडु की रहने वाली सौम्या पिछले सात सालों से इजराइल में एक घरेलू सहायिका के रूप में काम कर रही थी।
इस्लामिक जिहाद ने गाजा सिटी में एक अपार्टमेंट पर हुए हवाई हमले में तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है जो उसकी सशस्त्र शाखा के वरिष्ठ सदस्य थे। उग्रवादी संगठन ने बदला लेने की बात कही है। वहीं तनाव के और बढ़ने का संकेत देते हुए इजराइल ने सैन्य अभियान का दायरा बढ़ाने की बात कही है। सेना ने कहा कि वह गाजा सीमा पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रही है और रक्षा मंत्री ने 5000 आरक्षित सैनिकों को वहां भेजने का आदेश दिया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सभी पक्षों से इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष में जारी हिंसा को रोकने का आग्रह किया है, जबकि रॉकेट हमलों के सामने इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार को मान्यता दी है। जार्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी के साथ अपनी बैठक से पहले ब्लिंकेन ने बताया कि "हम इसराइल, वेस्ट बैंक, गाजा में स्थिति पर बहुत ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, रॉकेट हमलों के बारे में बहुत चिंतित हैं।"
शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने भी इजरायल के खिलाफ रॉकेट हमलों के बारे में गहरी चिंता व्यक्त की, उन्होंने कहा कि इजरायल को अपने लोगों और अपने क्षेत्र को इन हमलों से बचाने का अधिकार है। सफादी ने अपनी टिप्पणी में कहा कि यरूशलम एक 'लाल रेखा' है और यरूशलम में शांति और स्थिरता बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
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