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कोरोना महामारी की तबाही के बाद अब दुनिया में एक और तबाही आने वाली है जिसका नाम है इस्लामोफोबिया। वैसे फ्रांस देश में इस तबाही ने दस्तक दे दी है। जिससे पूरा फ्रांस खौफ में है। टीचर के पैगंबर के कार्टून दिखाने से फ्रांस में इतना खौफ छा जाएगा किसी को भी अंदाजा नहीं था। जिस तरह से कट्टरपंथी इस्लामिक शख्स ने बेरहमी से टीचर का गला रेत कर शान कहा “अल्लाह हू अकबर”। इस घटना ने इस्लामियों के मनसूबों को और मजबूत कर दिया है।
एक टीचक की हत्या के बाद से फ्रांस में जनआक्रोश जारी है कई इस्लामिक देशों ने फ्रांस का बहिष्कार कर दिया है। और एक नई जंग को अंजाम देने के लिए कई तरह के पेतरे अपना रहे हैं। इसी कड़ी में फ्रांस के दक्षिणी शहर नीस के एक चर्च में आतंकियों ने हमला कर दिया। जिसमें आतंकियों ने चर्च के लोगों को बेरहमी से चाकूओं से गोद कर छलनी कर दिया। इस हमले में चर्च के तीन लोगों की जान चली गई। सूत्रों ने बताया कि आतंकियों ने बुजुर्ग महिला का गला रेत कर जोर से चिल्लाकर कहा “अल्लाह हू अकबर”।
इस घटना के बारे में नीस के मेयर क्रिस्चियन एस्ट्रोसी ने ट्विटर कहा कि मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि यह आतंकवादी हमला था। और आतंकी गिरफ्तार किए जाने के बाद तक बार-बार 'अल्लाह हू अकबर' चिल्लाता रहा था। इन सब घटनाओं को लेकर कई इस्लामिक देशों ने फ्रांस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जानकारी के लिए बता दें कि फ्रांस में 2015 के बाद से अब तक जिहादी हमलों में 250 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
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