इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) के खुफिया और सैन्य प्रमुख काबुल में एक अभियान के दौरान मारा गया। एक ऑपरेशन में अफगान तालिबान प्रशासन ने उच्च पदस्थ आईएसकेपी अधिकारी को गिरफ्तार किया, जिसे आतंकवादी संगठन के उपमहाद्वीप प्रमुख के रूप में काम करने के लिए जाना जाता है।

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ऑपरेशन के विवरण के अनुसार काबुल के खैर खाना, शहरक-ए-जाकिरीन की पहली गली में सेल के खिलाफ रात भर के ऑपरेशन में दाएश के दो सदस्य मारे गए। मारे गए लोगों में आईएसकेपी का प्रमुख सदस्य कारी फतेह था, जो पहले खुरासान के लिए अमीर-अल-हर्ब (सैन्य नेता) के रूप में कार्य करता था, कुनार प्रांत का प्रमुख, पूर्वी क्षेत्र का प्रमुख और वर्तमान में खुफिया और संचालन प्रमुख के रूप में, जो सीधे तौर पर काबुल में राजनयिक मिशनों, मस्जिदों और अन्य लक्ष्यों के खिलाफ हाल के अभियानों का मास्टरमाइंड था।

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अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने मीडिया को बताया कि 13 फरवरी को आईईए के विशेष बलों के विशेष अभियान के परिणामस्वरूप भारतीय उपमहाद्वीप के नेता एजाज अमीन अहिंगर सहित दाएश के तीन सदस्य मारे गए थे। उन्होंने कहा, हाल के दिनों में घातक हमलों की योजना बना रहे विदेशी नागरिकों समेत दाएश के कई अन्य सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है। यह ध्यान दिया जा सकता है कि ऑपरेशन उन बैठकों की पृष्ठभूमि के तहत हैं जहां देश के रक्षा मंत्री के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के पिछले हफ्ते काबुल का दौरा करने के बाद प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा उत्पन्न नए खतरे से निपटने के लिए पाकिस्तान अफगान तालिबान से नई प्रतिबद्धता हासिल करने में कामयाब रहा।