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ईपीएल 2021 की शुरूआत के तीन दिन भारतीय युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से जलवे बिखेरे और भारतीय चयनकर्ताओं की नजर में आने की कोशिश की। रॉयल चैलेंजर बेंगलोर की ओर से हर्षल पटेल ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ पांच विकेट लिए थे। कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज नीतीश राणा ने रविवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 56 गेंदों पर 80 रन बनाए। इसके अलावा दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाज आवेश खान ने दो विकेट लिए थे। वहीं सोमवार को राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाज चेतन सकारिया (chetan sakariya) ने 31 रन देकर 3 विकेट चटकाए।
इन खिलाडिय़ों ने अबतक भारत के लिए डेब्यू नहीं किया है लेकिन ये काफी समय से घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं। अगर ये खिलाड़ी आईपीएल के इस सीजन में इस तरह प्रदर्शन करते रहे तो जल्द ही भारतीय टीम के लिए खेल सकते हैं। राष्ट्रीय चयनकर्ता समिति ने हाल ही में ऐसे खिलाड़ियों को अवसर देने में हिचकिचाहट नहीं दिखाई है। इससे पहले वाशिंगटन सुंदर, टी. नटराजन, राहुल चाहर, दीपक चाहर ने डेब्यू किया था और इससे पहले जसप्रीत बुमराह भी टीम इंडिया से पहले आईपीएल में खेले थे।
मुंबई के खिलाडिय़ों ने हाल के समय में ज्यादा योगदान दिया है। चाहर और बुमराह के अलावा हाल ही में सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन को भारतीय टीम में शामिल किया गया था। दोनों बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था। ईशान और सूर्यकुमार को पिछले साल आईपीएल में इनके प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम में शामिल किया गया था। मुंबई के क्रिकेट ऑपरेशन के निदेशक जहीर खान ने कहा, मेरे ख्याल से खुद को साबित करने की स्वतंत्रता देना इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन का महत्वपूर्ण कारण है। उन्होंने कहा, एक टीम के रूप में हम इस बारे चर्चा करते हैं कि किस तरह इन खिलाड़ियों के खेल में सुधार लाया जाए और ये खुद को बेहतर कर सकें। भारत का हाल ही में काफी व्यस्त टेस्ट सत्र था और इसके बाद उसे इस साल भारत में ही होने वाले टी20 विश्व कप में भी भाग लेना है।
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