पंजाब में टिफिन बमों ने प्रदेश की सरकार को परेशान कर रखा है। अब तक 8 टिफिन बमों को पता लगाया जा चुका है। वहीं खुफिया एजेंसियों के मुताबिक 11 टिफिन बमों का और का पता लगाया जाना बाकी है। खुफिया एजेंसियां इस बात की जांच में जुटी है कि टिफिन बमों के आने का सिलसिला कब से चल रहा है और पंजाब के अलावा ये देश में किन-किन हिस्सों में पहुंचे हैं। 

एक अंदेशा यह भी है कि इनका इस्तेमाल पंजाब व यूपी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर किया जा सकता है। फिलहाल मामले की जांच को एनआईए और आईबी ने संभाल लिया है लेकिन पंजाब पुलिस भी खुफिया विभाग की खोजबीन में पूरी मदद कर रहा है। पंजाब पुलिस ने केंद्रीय जांच एजेंसियों को उन लोगों की सूची सौंपी है, जो आतंकवाद के दौर में आतंकियों के करीबी और समर्थक रह चुके हैं।

पंजाब पुलिस ने केंद्रीय जांच एजेंसियों को उन लोगों की सूची सौंपी है, जो आतंकवाद के दौर में आतंकियों के करीबी और समर्थक रह चुके हैं। इसके साथ ही ऐसे लोगों की सूची भी तैयार की जा रही है, जिनके विदेश में छिपे आतंकियों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संबंध हैं। खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अमृतसर जिले के गांव से बरामद पहले टिफिन बम के बाद यह माना गया था कि अन्य हथियारों के साथ पाकिस्तान से पहली बार टिफिन बम गिराया गया है और संभवत: त्योहारों के मद्देनजर आतंकी वारदात की साजिश रची जा रही है लेकिन पूर्व जत्थेदार के बेटे की गिरफ्तारी के बाद यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान बड़े पैमाने पर बम धमाके की साजिश रच रहा है।

जत्थेदार के बेटे ने पूछताछ में चार टिफिन बमों की डिलीवरी का खुलासा किया तो यह स्पष्ट हो गया कि पंजाब में टिफिन बमों की आमद पहले से हो रही है, क्योंकि पकड़े गए व्यक्ति ने माना था कि उसने टिफिन बम की पहली डिलीवरी जुलाई में की थी। उधर, बीते सप्ताह ड्रोन के जरिए ही पंजाब सीमा के भीतर दो और टिफिन बम गिराए जाने का मामला सामने आया है।