भारत के पहले स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर यानी INS Visakhapatnam से भारत की सबसे ताकतवर मिसाइल ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos Supersonic Cruise Missile) को दागने का सफल परीक्षण किया है। भारतीय नौसेना के मुताबिक इस मिसाइल का परीक्षण पश्चिमी तट के पास समुद्र में किया गया है। ब्रह्मोस मिसाइल के समुद्र से समुद्र में हमला करने वाले वैरिएंट ने अपनी अधिकतम सीमा हासिल की और टारगेट को पूरी सटीकता के साथ ध्वस्त कर दिया।

भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने राजपुत क्लास डेस्ट्रॉयर INS Ranvir और INS Ranvijay में 8 ब्रह्मोस मिसाइलों वाला लॉन्चर लगा रखा है। इसके अलावा तलवार क्लास फ्रिगेट INS Teg, INS Tarkash और INS Trikand में 8 ब्रह्मोस मिसाइलों वाला लॉन्चर तैनात है। शिवालिक क्लास फ्रिगेट में भी ब्रह्मोस मिसाइल फिट है। कोलकाता क्लास डेस्ट्रॉयर में भी यह तैनात है। INS Visakhapatnam में सफल परीक्षण हो चुका है। इसके बाद भारतीय नौसेना नीलगिरी क्लास फ्रिगेट में भी इस मिसाइल को तैनात करेगी।

युद्धपोत से लॉन्च किए जाने वाली ब्रह्मोस मिसाइल 200 किलोग्राम वॉरहेड ले जा सकती है। यह मिसाइल मैक 3.5 तक की अधिकतम गति हासिल कर सकती है। यानी 4321 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार। इसमें दो स्टेज का प्रोप्लशन सिस्टम लगा है. पहला सॉलिड और दूसरा लिक्विड. दूसरा स्टेज रैमजेट इंजन (Ramjet Engine) है। जो इसे सुपरसोनिक गति प्रदान करता है। साथ ही ईंधन की खपत कम करता है।

अभी हाल ही में देश का पहला स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर यानी INS Visakhapatnam भारतीय नौसेना को मिला था। यह ऐसा युद्धपोत है, जिससे दुश्मन के पसीने छूट जाएंगे। इस विध्वंसक में भारत की सबसे ताकतवर मिसाइल ब्रह्मोस और बराक मिसाइलें लगी हैं। यह दुश्मन का जहाज देखते ही अपने डेक से एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल लॉन्च कर सकता है।