भारत की एक शादीशुदा महिला को पाकिस्तान के लड़के से प्यार हो गया जिसके चलते वो बॉर्डर पार करने पहुंच गई। यह महिला अपना घर-बार सब छोड़कर पाकिस्तान जाने के लिए पंजाब के डेरा बाबा नानक स्थित करतापुर कॉरिडोर पर पहुंच गई। 25 साल की यह महिला शादीशुदा है, ओडिशा की रहने वाली है और उसकी एक पांच साल की बेटी भी है। बीएसएफ ने इस लड़की को बॉर्डर पर संदिग्ध हालत में घूमते हुए देखा फिर लड़की को महिला कांस्टेबल की मदद से डेरा बाबा नानक पुलिस को सौंप दिया।

इस मामले में डीएसपी कंवलप्रीत सिंह और एसएचओ अनिल पवार ने बताया कि यह लड़की ओडिशा की रहने वाली है, जिसकी उम्र 25 साल है। छह साल पहले इसकी शादी हुई थी और इसकी एक पांच साल की बेटी भी है। यह लड़की पिछले दो महीनों अपने मायके में रह रही थी।

पुलिस के मुताबिक करीब दो साल पहले इस लड़की ने अपने मोबाइल पर आजाद नाम का एक एप डाउनलोड किया फिर एक लड़के से चैट करनी शुरू कर दी। बातचीत के दौरान मोहम्मद मान नाम के एक लड़के से उसकी दोस्ती हो गई और दोनों ने एक दूसरे को अपने वाट्सऐप नंबर दे दिए फिर वाट्सऐप पर बात होनी शुरू हो गई। फिर लड़के ने उसे करतापुर साहब कॉरिडोर के रास्ते पाकिस्तान आने लिए कहा, जिस पर वो राजी हो गई।

यह लड़की ओडिशा अपने मायके से हवाई जहाज से दिल्ली आई फिर बस से अमृतसर पहुंची और पांच अप्रैल को वो गुरुद्वारा श्री हरिमंदर सहाब अमृतसर में रही। फिर 6 अप्रैल को बस से डेरा बाबा नानक पहुंची। डीएसपी कंवलप्रीत सिंह ने आगे बताया कि यह लड़की ऑटो से डेरा बाबा नानक में पहुंची। जहां पर बीएसएफ ने लड़की को यह कहकर वापस भेज दिया कि कोरोना की वजह से करतारपुर कॉरिडोर बंद है और बिना पासपोर्ट के पाकिस्तान जाना संभव नहीं है।

इसके बीएसएफ ने लड़की को डेरा बाबा नानक पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ और जांच में पता चला कि लड़की अपने साथ साठ ग्राम सोने के जेवरात अपने घर से पाकिस्तान ले जाने के लिए लेकर अपने साथ लाई है. इसके बाद पंजाब पुलिस की तरफ से ओडिशा में संबंधित थाने के साथ संपर्क किया गया और पता लगा कि इस लड़की के पति की तरफ से गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

पुलिस ने लड़की के घरवालों को बुलाया और जेवरात के साथ लड़की को सही सलामत उसके परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस के इस शानदार काम की तरफ तारीफ हो रही है।