भारतीय रेलवे (Indian Railway) द्वारा ट्रेनों को पहले की तरह सामान्य श्रेणी में कर दिया है। साथ ही किराए में भी 20 से 30% की राहत मिल गई है। हालांकि, सीनियर सिटीजन को मिलने वाली छूट सहित तमाम रियायतें अभी पूरी तरह बहाल नहीं हुई हैं।

भारतीय रेलवे सीनियर सिटीजन, स्पोर्ट्समैन,जर्नलिस्ट, दिव्यांगजन, परीक्षार्थी, राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त विशिष्ट जन आदि में कुल 53 से ज्यादा श्रेणियों में यात्रा करने वालों को रियायातें देता है। लेकिन कोविड काल के दौरान चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनों में पहले तो यह तमाम रियायतें बंद कर दी गई थीं।

इस बीच कोविड की दूसरी लहर के बाद जब ट्रेनें स्पेशल कैटिगरी से सामान्य श्रेणी में आ गई तो रेल यात्रियों को उम्मीद जगी कि उन्हें मिलने वाली तमाम रियायतें भी बहाल हो जाएंगी। हालांकि, ऐसा अभी तक नहीं हो पाया है। ऐसे में लोगों की निगाहें अभी भी रेल मंत्रालय की तरफ टिकी हैं कि सीनियर सिटीजन सहित को किराए में छूट समेत तमाम अन्य रियायतें कब बहाल होंगी।

सीनियर सिटीजन को भारतीय रेलवे (Indian Railway) में मिलने वाली रियायतों की बात करें तो महिलाओं को 50 फीसदी छूट मिलती है, जबकि पुरुषों को 40 फीसदी रियायत मिलती है। जिसके लिए महिलाओं की न्यूनतम आयु सीमा 58 साल और पुरुषों के लिए 60 वर्ष है।

कोविड महामारी के दौरान जब लॉकडाउन लगाया गया था तो इसका सबसे ज्यादा प्रभाव यातायात पर पड़ा था। कोरोना काल में पूरे देश में ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया था। लेकिन कोविड की लहर थमते ही भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने स्पेशल कैटेगरी के साथ ट्रेनों (Special Trains) को चलाना शुरू किया।

स्पेशल ट्रेनों के किराए में भी 20 से 30% की बढ़ोतरी की गई लेकिन जब कोविड की दूसरी लहर शांत हुई तो भारतीय रेलवे ने रेल यातायात को सुचारू करने का फैसला किया। रेलवे ने तकरीबन एक महीने पहले सभी ट्रेनों को स्पेशल कैटेगरी से हटाकर सामान्य कैटेगरी में कर दिया है। जबकि, सीनियर सिटीजन को मिलने वाली सभी सुविधाएं बहाल नहीं हुई हैं।