कोरोना संकट के बीच आर्थिक मोर्चे पर भारत के लिए उम्मीदों से भरी खबर आई है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अनुमान लगाया है कि कोरोना की वजह से 2020 में भारत की अर्थव्यवस्था करीब 10.3 फीसदी गिरेगी। हालांकि, अनुमान में ये भी कहा गया है कि 2021 में भारत की अर्थव्यवस्था में 8.2 फीसदी की तेजी देखने को मिल सकती है। 2020 में केवल चीन ही एकमात्र ऐसा देश होगा, जिसमें 1.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जाएगी।

आईएमएफ ने यह कहा कि कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित भारतीय अर्थव्यवस्था में इस वर्ष के दौरान 10.3 फीसदी की बड़ी गिरावट आने का अनुमान है। वहीं, इस दौरान विश्व अर्थव्यवस्था में 4.4 प्रतिशत की गिरावट और 2021 में 5.2 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि के साथ आगे बढऩे का अनुमान लगाया गया है। हालांकि, इसके साथ ही आईएमएफ ने कहा है कि 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में संभवत: 8.8 फीसदी की जोरदार बढ़त दर्ज की जाएगी और वह चीन को पीछे छोड़ते हुए तेजी से बढ़ने वाली उभरती अर्थव्यवस्था का दर्जा फिर से प्राप्त कर लेगी। चीन के 2021 में 8.2 प्रतिशत वृद्धि हासिल करने का अनुमान है।

आईएमएफ ने अपनी विश्व आर्थिक परिदृश्य पर जारी ताजा रिपोर्ट में ये अनुमान व्यक्त किए हैं। ये रिपोर्ट आईएमएफ और विश्व बैंक की सालाना वार्षिक बैठक से पहले जारी की गई हैं। इसमें कहा गया है कि 2020 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में 4.4 फीसदी की गिरावट आएगी और 2021 में यह 5.2 फीसदी की जोरदार वृद्धि हासिल करेगी। आईएमएफ की इस रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में अमरीका की अर्थव्यवस्था में 5.8 फीसदी गिरावट आने का अनुमान है, जबकि अगले वर्ष इसमें 3.9 फीसदी की वृद्धि होगी।

वर्ष 2020 के दौरान दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में केवल चीन ही एकमात्र देश होगा जिसमें 1.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जाएगी। आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आर्थिक गतिविधियों के मामले में अनुमान में संशोधन भारत के मामले में बड़ा है जहां सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में दूसरी तिमाही (अप्रैल- जून, भारत के वित्त वर्ष के मुताबिक पहली तिमाही) के दौरान अनुमान से कहीं बड़ी गिरावट रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है, इसके परिणामस्वरूप अर्थव्यवसथा के 2020 में 10.3 फीसदी घटने का अनुमान है जबकि 2021 में इसमें 8.8 फीसदी वृद्धि के साथ बड़ा उछाल आएगा। इससे पहले 2019 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 4.2 फीसदी रही। आईएमएफ के मुताबिक जलवायु परिवर्तन से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले देशों में भारत शामिल है। यह इसके शुरुआती उच्च तापमान को परिलक्षित करता है। पिछले सप्ताह विश्व बैंक ने कहा कि भारत की जीडीपी इस वित्त वर्ष में 9.6 फीसदी घटेगी। विश्व बैंक ने दक्षिण एशिया आर्थिक रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया।