थल सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे (MM Naravan)  ने 'Chief of Staff Committee' के अध्यक्ष का पदभार संभाला लिया है, जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होते हैं. इस घटनाक्रम से अवगत अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर हादसे में आठ दिसंबर को प्रमुख रक्षा अध्यक्ष ((CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat )  के निधन के बाद से यह पद रिक्त था. सूत्रों ने बताया कि तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से जनरल नरवणे के सबसे वरिष्ठ होने के चलते उन्हें कमेटी के अध्यक्ष का पदभार सौंपा गया है.

सबसे वरिष्ठ को मिलता है पद

सीडीएस पद के गठन से पहले आमतौर पर तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ को 'चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी' के अध्यक्ष का पदभार सौंपा जाता था. आपको बता दें कि मालूम हो कि तमिलनाडु के कुन्नूर के समीप आठ दिसंबर को सेना के एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य रक्षा कर्मियों की मौत हो गई थी.

सीडीएस से पहले होता था ये पद

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पद के निर्माण से पहले, तीन सेवा प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ, चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष हुआ करते थे. चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) ने मंगलवार को बैठक की और जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 सशस्त्र बलों के जवानों की मौत पर शोक व्यक्त किया. जनरल नरवणे को समिति के अध्यक्ष के रूप में प्रभार दिया गया है क्योंकि वह तीन सेवा प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ हैं. IAF चीफ एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने 30 सितंबर और 30 नवंबर को अपने-अपने पद संभाले थे.