भारत सरकार (India Govt) देश को दुनिया में सबसे आगे ले जाने की दिशा में काम करते हुए ग्‍लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्‍शन हब बनाना चाह रही है। जिससे कि हमें किसी भी देश पर निर्भर नहीं रहना पड़े। लॉकडाउन के दौरान दुनियाभर में सेमीकंडक्टर्स की किल्लत हो गई थी जिसके चलते कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (Electronic Devices) निर्माता कंपनियों के प्रोडक्शन पर भारी असर पड़ा था। लेकिन अब भारत के प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्‍युफैक्‍चरर्स के लिए $10 बिलियन (लगभग 76,090 करोड़ रुपये) की प्रोत्साहन राशि का ऐलान किया है। सरकार ने दोनों ही पक्षों को मजबूत बनाने के लिए ये कदम उठाने का फैसला किया है।

सरकार की तरफ से कहा गया है कि इस योजना से तहत डिस्‍प्‍ले और सेमीकंडक्‍टर फैब्रिकेटर्स प्रोजेक्‍ट लागत का 50 फीसदी तक फाइनैंशियल सपोर्ट ऑफर करेगी। आपको बताए दें अगर भारत ग्‍लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्‍शन हब बन जाता है तो यहां पर स्मार्टफोन समेत बहुत सारे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सस्ते हो जाएंगे। ऐसे में सरकार का ये कदम भारतीयों के लिए बड़ा फायदा साबित होगा, साथ ही भारत की देशों पर निर्भरता भी कम होगी।

खबर है कि कई विदेशी कंपनियां हैं जो अपना चिप प्रोडक्शन प्लांट भारत में लगाना चाहती हैं और वो लगातार भारत सरकार के संपर्क में भी हैं। आने वाले समय में भारत में विदेशी कंपनियों के की प्रोडक्शन प्लांट देखने को मिल सकते हैं जो न सिर्फ सेमी कंडक्टर्स चिप का निर्माण करेंगी बल्कि डिस्प्ले भी बनाएंगी।

भारत में सेमी कंडक्टर्स (semi conductor) और डिस्प्ले का प्रोडक्शन कम होने के कारण दूसरे देशों से इन्हें इम्पोर्ट करना पड़ता है जिसकी वजह से कई इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स की कॉस्ट काफी बढ़ जाती है। हालांकि सरकार के नये फैसले ले इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स निर्माता कंपनियों के बीच ख़ुशी का माहौल है।