केंद्र सरकार के बजट पेश करने के बाद से देशभर के कई कोनों में कुछ न कुछ केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन हो ही रहा है। हाल ही में 8 करोड़ से ज्यादा व्यापारियों और परिवहन व श्रमिक संघों ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) में सुधार और ई-बिल को लेकर आज भारत बंद करने का आह्नान किया है। इस कड़ी में दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने किसानों से भारत बंद में शांति से रहने की अपील की है।


भारत बंद के फैसले का समर्थन करते हुए ट्रांसपोर्टर्स संगठनों ने सुबह 6 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक चक्का जाम करने का घोषणा की है। जानकारी के लिए बता दें कि भारत बंद वस्तु एवं सेवा कर (GST) के प्रावधानों में समीक्षा की मांग को लेकर किया जा रहा है।  ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। राजधानी दिल्ली सहित देशभर के सभी राज्यों में छोटे-बड़े 1500 व्यापारी संगठन GST पोर्टल पर लॉग इन नहीं कर अपना विरोध प्रदर्शित कर रहे हैं।


अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT)  से जानकारी मिली है कि इस हड़ताल में लघु उद्योग, हॉकर्स, महिला उद्यमी और व्यापार से जुड़े अन्य क्षेत्रों के राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय संगठन भी शामिल होंगे। देश में ट्रकों का भी चक्का जाम रहेगा, होलसेल एवं रिटेल बाजार पूरी तरह से बंद रहेंगे और चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और टैक्स एडवोकेट्स के संघों ने भी हड़ताल का समर्थन किया है।