रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा के भाषण में कहा कि भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण (एलएसी) लाइन के साथ पूर्ण विघटन के लिए सहमत हुए हैं। सिंह ने अपने भाषण में यह भी कहा कि मुझे आज सदन को सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि हमारे अच्छे विचार और चीनी पक्ष के साथ निरंतर बातचीत के परिणामस्वरूप, अब हम पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण बैंक में असंगति पर एक समझौते पर पहुंचने में सक्षम हुए हैं।


राजनाथ सिंह ने बताया कि हम जिस समझौते के साथ पैंगोंग झील क्षेत्र में विघटन के लिए चीनी पक्ष के साथ पहुंचने में सफल रहे हैं, वह इस बात की परिकल्पना करता है कि दोनों पक्ष अपनी आगे की तैनाती को समाप्त कर देंगे। बता दें कि भारत और चीन दोनों ने वरिष्ठ कमांडरों की अगली बैठक 48 घंटों के भीतर करने के लिए सहमति दे दी है ताकि पैंगोंग झील में पूर्ण विघटन हो सके शेष सभी मुद्दों को हल कर सकें। चीनी पक्ष ने उत्तरी बैंक क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति उंगली के पूर्व तक रखी होगी।

रक्षा मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि जब दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य वार्ता में समझौता करेंगे, तभी पैट्रोलिंग फिर से शुरू की जाएगी। पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण बैंक में कल इस समझौते को लागू किया गया है। पिछले साल गतिरोध शुरू होने से पहले यह मौजूदा स्थिति को काफी हद तक बहाल कर देगा।