जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर गंगा ने रौद्र रूप धारण कर लिया है।  गंगा और सहायक नदियों के जलस्तर में हुई अप्रत्याशित वृद्धि को लेकर बाढ़ की स्थिति काफी भयावह हो गई है। प्रभावित क्षेत्रों के लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है।  भागलपुर जिले के कहलगांव शहर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। 

शहर के कागजी टोला, राजघाट रोड स्थित सिकड़गढ़ टोला, सतीघाट मुहल्ला, कुलकुलिया, सिंचाई कॉलोनी आदि मुहल्ले बाढ़ प्रभावित हो गये हैं।  कहलगांव के अंचलाधिकारी रामावतार यादव ने बताया कि कहलगांव प्रखंड के सात पंचायत पूर्ण प्रभावित तो चार पंचायत आंशिक तौर पर प्रभावित हैं। 

वहीं उन्होंने बताया कि 34 गांवों में सामुदायिक किचन संचालन को लेकर चिह्नित किया गया है जिसमें से अब तक 23 स्थानों पर सामुदायिक किचन की शुरुआत कर दी गई है।  बाढ़ प्रभावित छह पंचायतों में 18 सरकारी नौकाएं उपलब्ध कराई गई हैं। 

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, मंगलवार को कहलगांव में गंगा का जलस्तर बढ़कर 32.55 मीटर पर जा पहुंचा है जो खतरे के निशान से एक मीटर 46 सेंटीमीटर ऊपर हो गया है।  वहीं पूर्वानुमान में बताया गया है कि बुधवार रात दस बजे तक जलस्तर बढ़कर 32.61 मीटर पर पहुंच जाएगा। 

मोटे आंकलन के मुताबिक प्रखंड के करीब दर्जनभर सड़कें बाढ़ के पानी में जलमग्न हो गई है जिससे आवागमन पूरी तरह अवरूद्ध हो गया है।  वहीं कहलगांव शहर से सटे पकड़तल्ला गांव के पास एनएच 80 पर दो जगहों पर बाढ़ का पानी बह रहा है तो एकचारी मोहनपुर सड़क पर भी पानी बह रहा है।  कहलगांव का जिला मुख्यालय से सड़क और रेल यातायात संपर्क पूरी तरह भंग हो गया है। 

नवगछिया में गंगा नदी के बाद अब कोसी नदी में आई बाढ़ ने तबाही मचानी शुरू कर दी है।  मंगलवार अहले सुबह कोसी किनारे स्थित पुनामा प्रतापनगर और उजानी के बीच स्थित रिंग बांध टूट जाने के बाद उजानी और पुनामा प्रतापनगर में कई घरों में पानी घुस आया है। 

उजानी के वार्ड 7 और वार्ड 8 के अलावा पुनामा प्रतापनगर में सभी घर जलमग्न हो गए हैं।  गांव में पानी घुसने की सूचना पर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेमसागर, वार्ड पार्षद मुन्ना भगत, पार्षद मो. सलाउद्दीन पहुंचे. प्रेमसागर ने अपनी जेसीबी मशीन से जगह-जगह मिट्टी देकर पानी को रोकने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।  पानी तेजी से राजेन्द्र कॉलोनी होकर बाजार की ओर बढ़ रहा है। 

कोसी के बाढ़ के दबाव से जहांगीरपुर बैसी बनिया स्थित बुढ़िया बांध के टूट जाने से अफरातफरी मच गई है।  बांध टूटने के बाद ग्रामीण उसे बचाने के लिए जी जान से लगे हुए हैं।  बांध के टूटने से कोसी का पानी तेजी से बाजार समिति होकर बाजार के मुमताज मोहल्ला, मुसहरी, प्रोफेसर कालोनी की ओर आ रहा है। 

बाजार के लोग बाढ़ आने की कल्पना से डरे सहमे हैं।  बाजार पर बाढ़ के खतरे को देखते हुए अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रेमसागर ने एसडीओ से मिलकर पानी के बहाव को रोकने के लिए बालू भरी बोरी दिए जाने की मांग की है।