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मुंबई शहर में बीते गुरुवार को बरामद सात किलो अवैध यूरेनियम की खबर से पाकिस्तान में चिंता के बादल छा गए हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस मामले की सही ढंग से जांच की मांग भी कर डाली है। पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हाफिज चौधरी ने एक बयान में कहा कि परमाणु वस्तुओं की सुरक्षा सबसे जरूरी है और इसकी सही ढंग से जांच होनी चाहिए। जाहिद हाफिज चौधरी ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, ‘खबरें हैं कि भारत में अनाधिकृत लोगों के पास से 7 किलो प्राकृतिक यूरेनियम बरामद हुआ है। यह बहुत ही चिंता की बात है। कोई भी देश हो, उसके लिए परमाणु वस्तुओं की सुरखा सबसे जरूरी होनी चाहिए। इस मामले की सही तरीके से जांच की जरूरत है।’
कुछ दिन पहले महाराष्ट्र ATS ने बड़ी कार्रवाई करते हुए परमाणु बम बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले यूरेनियम के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से 7 किलो यूरेनियम मिला था। बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 22 करोड़ रुपये है। एटीएस के मुताबिक जिगर पंड्या और अबू ताहिर इस यूरेनियम को बेचने की फिराक में थे। एटीएस उनसे ग्राहक बनकर ही मिली थी। जांच में यह भी पता चला कि इसकी शुद्धता 90 फीसदी से भी ज्यादा है।
पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि परमाणु सामग्री की सुरक्षा को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। इस बात की गंभीरता से जांच होनी चाहिए कि आखिर इतनी मात्रा में गैर आधिकारिक रूप से यूरेनियम बाहर कैसे आया। माना जा रहा है कि इस यूरेनियम को या तो चुराया गया था या फिर अवैध तरीके से इसका खनन हुआ। हालांकि अभी ये पूरी तरह से कच्चा माल ही था।
पाकिस्तान ने हालांकि इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच International Atomic Energy Agency (IAEA) के समक्ष नहीं उठाया है क्योंकि सुरक्षा की जिम्मेदारी देश की है। इसलिए संयुक्त राष्ट्र की निगरानी संस्था का इसमें हस्तक्षेप नहीं बनता है। हालांकि पाक का कहना है कि भारत को इस मुद्दे की जानकारी IAEA को देनी चाहिए क्योंकि इस यूरेनियम की तस्करी उन देशों को की जा सकती थी, जिन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।
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