दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे (Delhi-Meerut Expressway ) पर अब वाहन चालक मुफ्त में फर्राटा नहीं भरसकेंगे। जल्द ही इस एक्सप्रेस वे पर टोल वसूली (toll collection) शुरू होने वाली है। इसके लिए अधिसूचना को राजमार्ग मंत्रालय से मंजूरी मिल चुकी है। एक तरह से दिल्ली मेरठ एक्सप्रेव वे देश का पहला टोल प्लाजा मुक्त एक्सप्रेस वे होगा। जिस पर अब फ्री फर्राटा भरने की सुविधा समाप्त होने वाली है। इस एक्सप्रेस वे (express way) पर टोल वसूली की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।

बताया जा रहा है आगामी सप्ताह में इसकी अधिसूचना प्रकाशित होने के बाद टोल दरें तय हो जाएंगी। इसमें छूट व अन्य नियमों की भी जानकारी दी जाएगी। अधिसूचना प्रकाशित होने के अगले दिन से टोल वसूली शुरू हो जाएगी। अगर आपके वाहन में अभी फास्टैग (FASTtag) नहीं है और इस एक्सप्रेस-वे से जाना है तो अभी समय है। फास्टैग लगवा लें। एक्सप्रेस-वे पर बिना फास्टैग के भी आ-जा सकते हैं, लेकिन ऐसा करने पर अर्थदंड लगेगा। जिन वाहनों का टोल नहीं कटेगा, उनके घर पर चालान पहुंचेगा। इस एक्सप्रेस वे पर टोल वसूली की प्रक्रिया आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर के आधार पर होगी।

मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस वे (Meerut Delhi Expressway) पर टोल वसूली का ठेका पाथ लिमिटेड कंपनी को मिला है। हालांकि यहां कंट्रोल रूम व संबंधित उपकरण पहले से स्थापित हैं। अब बस कंपनी को यहां पर अपना साफ्टवेयर इंस्टाल (software install) कर वसूली शुरू करनी है। कंपनी का ट्रायल पिछले कई दिनों से चल रहा है। 

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर टोल प्लाजा भले ही बना है लेकिन इसके बूथों का कोई उपयोग नहीं होगा। जब एक्सप्रेस-वे बना था, तब यह तय नहीं हो पाया था कि टोल प्लाजा मुक्त हाईवे या एक्सप्रेस-वे की घोषणा को कब से लागू किया जाएगा। वसूली के हिसाब से बूथ और उसी के अनुसार बूथों पर बैरियर (Barriers at Booths) लगाए गए थे। ये बैरियर वाहनों के आने-जाने पर उठेंगे-गिरेंगे नहीं। यानी वाहन बिना रुके आ-जा सकेंगे।