आज के सामय में हाई हील्स महिलाओं को बहुत पसंद होता है। हाई हील्स (High Heels Story) पहनकर महिलाएं समाज में अपने आपको प्रदर्शित करती हैं। जब महिलाएं हाई सोसाइटी में जाती हैं तो वह हाई हील्स (Origin of High Heels) पहनना पसंद करती हैं। लेकिन क्या आपको पता नहीं होगा कि हाई हील्स महिलाओं के लिए नहीं बल्कि पुरुषों के लिए बनाए गए थे, जिसके पीछे बड़ी दिलचस्प कहानी है।

आपको जानकारी हैरानी होगी कि हाई हील्स की शुरुआत पुरुषों के लिए हुई थी। दरअसल, पुरुषों के लिए सबसे पहले हील के जूते इसलिए बनाए गए थे, जिनका इस्तेमाल वह युद्ध और घुड़सवारी के दौरान करते थे। रिपोर्ट के अनुसार, घुड़सवारी के दौरान हाई हील के जूते पहनने पर पकड़ मजबूत होती थी। इसीलिए पुरुष जूतों में लगी हील का इस्‍तेमाल करते थे।

इसका इस्‍तेमाल सबसे पहले 10वीं शताब्‍दी में शुरू हुआ था। सबसे पहले पर्शिया के साम्राज्‍य के पुरुषों ने हाई हील पहनना शुरू किया था। युद्ध के दौरान इस साम्राज्‍य के लोग हाई हील्स वाले जूते पहनने थे। सुरक्षा के लिहाज से हाई हील्स के जूते काफी मजबूत और बेहतर माने जाते थे।

साल 1599 में जब पर्शिया के राजा शाह अब्बास ने अपने राजदूत को यूरोप भेजा था, तो उनके साथ हाई हील्स के जूते यूरोप जा पहुंचे थे। इसके बाद ही दुनियाभर में हाई हील वाले जूतों का चलन बढ़ गया। धीरे-धीरे कई देशों में हाई हील्स के जूतों का इस्‍तेमाल होने लगा और इसे पहनना रईसों और राजाओं का शौक बन गया। आपको बता दें कि फ्रांस के शासक लुइस चौदहवें 10 इंच ऊंचे हील के जूते पहुंचते थे, क्योंकि उनकी लम्‍बाई सिर्फ पांच फुट चार इंच थी।

इसके बाद सन 1740 का वह समय आया, जब सबसे पहली बार महिलाओं ने हाई हील्स पहनना शुरू किया। यहीं से महिलाओं ने हाई हील्स पर कब्जा कर लिया और अगले 50 सालों में यह पुरुषों के पैरों से उतरकर महिलाओं की फेवरेट बन गई। समय के साथ-साथ अब इसके आकार और डिजाइन में काफी बदलाव आ गया है। हालांकि हाई हील सेहत के लिए ठीक नहीं माना जाता, क्योंकि इसका सीधा असर कूल्‍हे, रीढ़ की हड्डी, घुटनों और एड़ी पर पड़ता है। लम्‍बे समय तक हाई हील्स पहनने पर जोड़ों में दर्द हो सकता है।