अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) राज आते ही राजधानी काबुल में एकबार फिर से अल्पसंख्यक सिख समुदाय (sikh community) जान पर बन आई है। बंदूकधारियों ने सिक्खों की भावनाओं को आहत करते हुए उन्हें धमकाया है। इसको लेकर इंडिया वर्ल्ड फोरम के प्रमुख पुनीत सिंह चंडोक ने कहा है कि खुद को इस्लामिक एमीरात ऑफ अफगानिस्तान की स्पेशल यूनिट का हिस्सा बताने वाले कई हथियारबंद लोग गुरुद्वारा दशमेश पिता में जबरन घुस गए और काबुल में करते परवण स्थित गुरुद्वारे (gurudwara) की पवित्रता भंग करते हुए उन्होंने सिखों को धमकाया है।

उन्होंने कहा कि बंदूकधारी लोग (gun men in gurudwara) गुरुद्वारे के पास में ही स्थित पूर्व सांसद नरिंदर सिंह खालसा के दफ्तर और घर में भी घुसे। उन्होंने कहा कि इस गुरुद्वारे में सिख समुदाय के करीब 20 सदस्य मौजूद हैं। उन्होंने भारत सरकार से अपील की है कि अफगानिस्तान में रह रहे हिंदू और सिख समुदायों को लेकर चिंता जाहिर करे और सर्वोच्च स्तर पर अफगानिस्तान के समकक्षों के साथ उठाया जाए।  

आपको बता दें कि अफगानिस्तान (afghanistan) में तालिबान के कब्जे के बाद से ही अल्पसंख्यक हिंदू और सिख समुदाय के लोग खौफ में हैं। अल्पसंख्यक समुदाय (minority community) के अधिकतर लोग पहले ही अफगानिस्तान से भारत आ चुके हैं। हालांकि, अब भी कई लोग वहां हैं, जिनपर तालिबान का खतरा बना हुआ है।