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दुनिया को कोरोना वायरस जैसी महामारी देने वाले चीन की कोरोना वैक्सीन एक बार फिर सवालों में घिर गई है। पाकिस्तान में चीनी वैक्सीन लेने के बाद भी लोगों के संक्रमित होने की खबर सामने आई है। पाकिस्तान में चीन द्वारा उपलब्ध कराए गए टीकों से वैक्सीनेशन शुरू हो गया है और सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जा रही है, लेकिन यह फुस्स होती नजर आ रही है।
बताया कि हाल ही में एक डॉक्टर, हेड नर्स और वॉर्ड इन-चार्ज को चीन की वैक्सीन लगवाई गई थी, लेकिन इसके कुछ दिनों के बाद ही तीनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए। डॉक्टर ने 23 फरवरी को वैक्सीन लगवाई, जिसके पांच दिन बाद उनमें कोरोना के लक्षण दिखाई देने लगे। वहीं, हेड नर्स और वॉर्ड इन-चार्ज ने वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत में टीका लगावाया था। दोनों करीब 15 दिनों के बाद COVID-19 संक्रमण से ग्रस्त मिले।
पाकिस्तान के मायो अस्पताल में 1100 हेल्थ केयर वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। वहीं, पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन (PMA) के अध्यक्ष डॉ. अशरफ निजामी ने चीनी वैक्सीन (Chinese Vaccine) का बचाव करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा है कि कोई भी वैक्सीन 100 फीसदी परिणाम नहीं दे सकती। सभी लोगों को खुद को सुरक्षित रखने के लिए प्रोटोकॉल्स का पालन करना होगा।
आपको बता दें कि चीन पाकिस्तान को अपनी सिनोफार्म वैक्सीन की 5 लाख डोज पहले ही भेज चुका है और जल्द ही दूसरी खेप भी भेजने वाला है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हाल ही में बताया था कि फ्रंट लाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों के लिए चीन पांच लाख अतिरिक्त कोरोना वायरस की डोज भेज रहा है। गौरतलब है कि चीनी वैक्सीन को पहले से ही शक की नजरों से देखा जा रहा है। विशेषज्ञ भी उस पर सवाल खड़े कर चुके हैं।
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