/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2022/01/10/dailynews-1641836965.jpg)
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) ने शुक्रवार को राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश को मेडिकल ऑक्सीजन (Medical oxygen) के संबंध में इंफ्रास्ट्रक्चर पर नजर रखने की सलाह दी। स्वास्थ्य मंत्री की ये सलाह ऐसे समय में आई है जब देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron variant) के चलते कोविड-19 संक्रमण के मामलों में भारी उछाल देखा जा रहा है। पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के साथ एक कोविड-19 समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए, मंडाविया ने अपने समकक्षों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि "सभी प्रकार के ऑक्सीजन बुनियादी ढांचे की जाँच इस तरह की जाए कि यह चलने की स्थिति में हो।"
मंडाविया ने कहा, “जैसा कि हम महामारी के इस उछाल से लड़ रहे हैं ऐसे में हमारी तरफ से तैयारियों में कोई चूक न हो। केंद्र और राज्यों के बीच समग्र तालमेल निर्बाध और प्रभावी महामारी प्रबंधन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।” उन्होंने राज्यों से स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के वास्ते नियमित समीक्षा करने, हर जिले में टेलीकंसल्टेशन हब स्थापित करने और उपलब्ध बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में व्यापक जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
एएनआई के अनुसार, बैठक दोपहर 3:30 बजे गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ हुई। इससे पहले दिन में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अपने समकक्षों को अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में तेजी से बदलाव की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान उछाल में, पांच से 10 प्रतिशत सक्रिय मामलों में अब तक अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है। हालांकि, स्थिति तेजी से बदल रही है, और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता भी तेजी से बदल सकती है।
एक दिन पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में महामारी की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की थी, जिसमें उन्होंने जिला स्तर पर पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने और मिशन मोड पर किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान को तेज करने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मोदी ने कहा कि उच्च मामलों की रिपोर्ट करने वाले समूहों में गहन नियंत्रण और सक्रिय निगरानी जारी रहनी चाहिए और उन राज्यों को आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान की जानी चाहिए जो वर्तमान में तेज मामले दर्ज कर रहे हैं।
भारत कोविड-19 मामलों में लगातार वृद्धि देख रहा है, जो ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते हो रही है। इस वैरिएंट को पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर सोमवार को अपलोड किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटों में 1,79,723 नए मामले सामने आए, जिससे देश में दैनिक संक्रमण दर 13.29 प्रतिशत हो गई।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |