सूखे मेवे और उनसे होने वाले लाभ से तो सभी वाकिफ ही है। स्वाद में भरपूर होने के साथ ये हमारे स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे होते हैं। इस समय संक्रमण काल चल रहा है तो हमें मेवा का सेवन ज्यादा करना चाहिए। इम्यूनिटी बढ़ाने में सूखे मेवे कमाल का काम करते हैं। तो आज हम यहां बात करते हैं स्वाद और सेहत से भरपूर काली किशमिश की।

काली किशमिश एनीमिया से लेकर हार्ट, बीपी, हड्डियों, पेट, बालों और स्किन के लिए भी फायदेमंद होती है। हल्की भूरी और नारंगी किशमिश हरे अंगूरों से तो काली किशमिश काले अंगूरों से बनाई जाती है। काली किशमिश की तासीर गर्म होती है। काली किशमिश में प्रोटीन, कार्बस, फाइबर, मैग्नीशियम, शुगर, कैल्शियम, सोडियम, पोटेशियम, आयरन और विटामिन सी जैसे ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं।

एनीमिया की परेशानी होती है दूर

रोजाना काली किशमिश का सेवन करने से खून की कमी बहुत तेजी से दूर होती है। पाचनतंत्र ठीक होता है। काली किशमिश में फाइबर पाया जाता है। इसका रोजाना सेवन करने से पाचन तंत्र की सभी समस्याएं दूर होती हैं। साथ ही ये कब्ज की भी परेशानी को दूर करती है।

उच्च रक्तचाप की समस्या

पोटेशियम और फाइबर दोनों को ही उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने वाला माना जाता है। काली किशमिश में ये दोनों चीजें भरपूर मात्रा में होती हैं, इसलिए हाई बीपी के मरीजों के लिए ये काफी लाभकारी है।

हृदय रोगों से बचाव

काली किशमिश में मौजूद पॉलिफिनॉल्स और फाइबर बैड कोलेस्ट्रॉल और ब्लड में मौजूद फैट को दूर करने का काम करते हैं। इस तरह काली किशमिश का सेवन हार्ट को तमाम गंभीर समस्याओं से बचाने का काम करता है।

बालों के लिए फायदेमंद

काली किशमिश का पर्याप्त सेवन से शरीर मे आयरन और विटामिन सी जैसे पोषक तत्वों की कमी को दूर करता है, जिससे बाल झडऩे की समस्या नियंत्रित होती है और तेजी से बढ़ते हैं। हड्डियां होती है मजबूतकाली किशमिश में बोरोन पाया जाता है जो हड्डियों के विकास के लिए जाना जाता है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम भी पर्याप्त मात्रा में होता है जो हड्डियों की बोन डेंसिटी को मजबूत करता है।

इस तरह करें सेवन

7 से 8 काली किशमिश को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उठकर इसका पानी पी लें और किशमिश को खा लें। इस बात का ध्यान रखें कि इसे खाने के बाद आधे घंटे तक कोई और चीज न खाएं। पानी के अलावा आप किशमिश को किसी व्यंजन में डालकर भी खा सकते हैं।