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उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में संचालित मदरसों के निरीक्षण में आठ मदरसे अवैध रूप से संचालित किए जाते पाये गए हैं। मदरसों की जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गयी है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि जिले में कुल 86 मदरसे संचालित हैं।
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इन मदरसों की जांच जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच कमेटी ने की है। जांच में मौदहा स्थित काशीराम कालोनी के पीछे मदरसा माहिर उल उलूम, दाता गरीब नवाज व फैजान ए बदरुल औलिया मदरसों की जांच की गई, जिसमें एक मदरसा बंद मिला। वहीं, कम्हरिया रोड स्थित मदरसा तो खुला था मगर उसमें बच्चे नहीं मिले। इसी तरह कम्हरिया स्थित मदरसा में स्टाफ के दो लोग ही मिले। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मदरसा संचालकों को निरीक्षण की सूचना मिल जाने के कारण मदरसा संचालक पहले ही भाग गये।
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कम्हरिया स्थित मदरसे के प्रधानाचार्य मुईनुद्दीन से जब अल्पसंख्यक अधिकारी ने फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि मदरसे में 150 छात्र हैं। निरीक्षक दल को मौके पर एक भी बच्चा नहीं मिला। वहां मौजूद एक अध्यापक ने बताया कि यहां बच्चे रहते नहीं है। कुल 20 बच्चे सुबह आते हैं जबकि वहां के कमरों, रसोई कार्यालय आदि की तस्वीरों को देखकर प्रतीत होता है कि यह आवासीय मदरसा है। जब बंद रसोई की खिड़की से अंदर की फोटो ली गई तो वहां बाकायदा गैस सिलेंडर, खाना बनाने की सामग्री रखी थी। जांच की पूर्व जानकारी मिलने के बाद यहां मौजूद बच्चों को मदरसे से बाहर की कमरों में ताले डाल दिया गया। जब अल्पसंख्यक अधिकारी ने मदरसे का पंजीकरण प्रमाण पत्र मांगा तो वह नहीं दिखा सके। अग्रवाल ने बताया कि मौदाहा में पांच एवं राठ में तीन मदरसों के संचालक कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। उन्होंने बताया कि इन सभी मदरसों की रिपोर्ट शासन को भेज दी गयी है।
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