एक जनवरी 2022 से फुटवियर (Footwear), मैन मेड फाइबर (Manmade Fiber) और फैब्रिक्स (Fabrics) पर पहले से ज्यादा जीएसटी (GST) लगने वाला है. परंतु अब एक खबर आ रही है कि इन सब चीजों पर बढ़ाई जाने वाली जीएसटी (GST) का फैसला टाला जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, कई राज्य इस बात से नाराज हैं. समझा जा रहा है कि कल होने वाली जीएसटी की मीटिंग में नाराज राज्य इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की तैयारी कर रहे हैं.

मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट में सीएनबीसी-आवाज़ के हवाले से ये ख़बर लिखी गई है कि फुटवियर, टेक्सटाइल पर GST बढ़ाने का निर्णय टाला जा सकता है. सीएनबीसी-आवाज़ के आलोक प्रियदर्शी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि GST बढ़ाने का निर्णय टाला जा सकता है.

एक जनवरी से दोनों सेक्टर पर 12% GST लगने वाली है. जबकि अभी 1000 रुपये से कम के फैब्रिक, फुटवियर पर 5% GST लगती है. इसलिए माना जा रहा है कि GST काउंसिल बैठक में इस बारे में फैसला संभव है.

आलोक ने आगे कहा कि सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल आदि राज्य सरकार के फैसले से नाराज चल रहे हैं और माना जा रहा है कि ये सब राज्य फैसले को वापस लेने की मांग कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक राज्यों का कहना है कि फैसले से 85% इंडस्ट्री पर बुरा असर होगा. इस समय मैनमेड फाइबर पर 18%, मैनमेड यार्न पर 12% की दर से GST लगाई जा सकती है.

इसके अलावा 1000 रुपये से कम के मैनमेड फैब्रिक, फुटवियर पर 5% GST लगाई जाती है. यहां तक कि इंडस्ट्री में इस्तेमाल कुछ केमिकल पर भी 18% GST लगता है. वहीं फाइनल प्रोडक्ट पर कम GST से इंडस्ट्री रिफंड अटकता है. दूसरे शब्‍दों में कहें तो इन सभी वस्‍तुओं पर जीएसटी की दर में इजाफा नहीं होने का सीधा फायदा आम उपभोक्‍ता को मिलेगा. अगर जीएसटी की दर बढाई जाती तो इन चीजों के लिए उपभोक्‍ताओं को ज्‍यादा जेब ढीली करनी पड़ती.