नई दिल्ली। 1947 में अंग्रेजों से आजाद होने के साथ ही मुस्लिमों के नेता जिन्ना ने भारत के टुकड़े करके पाकिस्तान बनाया था. हालांकि, अब एक और पाकिस्तान ऐसा हुआ है हमें गुलाम रखने वाले ब्रिटेन के टुकड़े करने जा रहा है. इसी के साथ ही कहा जा रहा है कि इतिहास खुद को दोहरा रहा है. जिन्ना को भड़काकर भारत का विभाजन करवाने वाले ब्रिटेन के साम्राज्यवादियों, पीएम क्लीमेंट एटली और वायसराय माउंटबेटेन ने शायद ही कभी ये सोचा होगा कि भारत के बंटवारे के मात्र 75 साल बाद ही एक ऐसा मौका आएगा जब ब्रिटेन का ही बंटवारा हो रहा होगा. हालांकि, यह बंटवारा करने और उसें रोकने की जिम्मेदारी एक हिन्दु्स्तानी मूल और एक पाकिस्तानी मूल के नेता के हाथ में है. 

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आपको बता दें कि आज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भारतवंशी मूल के हिन्दू ऋषि सुनक हैं और ब्रिटेन से अलग होने की मांग कर रहे स्कॉटलैंड के फर्स्ट मिनिस्टर पाकिस्तानी मूल के मुस्लिम हमजा यूसुफ हैं. हमजा यूसुफ हाल ही में स्कॉटलैंड के फर्स्ट मिनिस्टर बने हैं. फर्स्ट मिनिस्टर यानी कि वहां का प्रधानमंत्री. मतलब कि स्कॉटलैंड का सर्वाेच्च नेता जिनके हाथ में सभी विधायी और कार्यपालिका की शक्तियां हैं. 

ऐसे बना है ब्रिटेन

आपको बता दें कि ब्रिटेन यूरोपीय महाद्वीप के उत्तर-पश्चिम तट पर बसा हुआ है. यूनाइेटड किंगडम का पूरा नाम यूनाइटेड किंगडम ऑफ़ ग्रेट ब्रिटेन एंड नॉदर्न आईलैंड है. ये चार प्रांतों से मिलकर बना एक देश है. ये देश हैं इंग्लैंड, वेल्स, नॉदर्न आयरलैंड और स्कॉटलैंड. पहले सदर्न आयरलैंड भी ग्रेट ब्रिटेन का हिस्सा था लेकिन 1922 ये एक अलग देश बन गया. हालांकि ये सभी देश भले ही एक यूके के कॉमन आइडेंटिटी के तहत एक हों लेकिन हर एक की अपनी एक पहचान हैं और भाषाएं हैं. पूरे यूनाइटेड किंगडम की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है, लेकिन वेल्स की अपनी आधिकारिक भाषा वेल्श है. स्कॉटलैंड में स्कॉटिश बोली जाती है. 

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इसलिए स्कॉटलैंड होना चाहता है अलग

2011 में स्कॉटिस नैशनल पार्टी ने स्कॉटलैंड में बहुमत हासिल किया और स्वतंत्र स्कॉटलैंड की मांग को आगे बढ़ाने लगा. 37 साल के हमजा यूसुफ इसी पार्टी के नेता हैं. 2014 में स्कॉटलैंड को ब्रिटेन से अलग कराने की मांग पर स्कॉटलैंड में एक और जनमत संग्रह हुआ. इस जनमत संग्रह में 45 प्रतिशत जनता ने अलग देश का समर्थन किया जबकि 55 प्रतिशत लोग विरोध में रहे.