ग्रेपफ्रूट जिसे हिंदी में चकोतरा के नाम से जाना जाता है। यह फल नींबू और संतरा के प्रजाति का फल है। ये रसदार और मीठा होता है लेकिन थोड़ा खट्टा भी होता है। संतरे की तुलना में ग्रेपफ्रूट में सिट्रिक एसिड अधिक मात्रा में व शर्करा कम मात्रा में होती है। कच्चे चकोतरा का रंग हरा होता है तथा पकने के बाद हल्का नारंगी व पीला होता है। इसे कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। 

ग्रेपफ्रूट पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसमें कैलोरी में कम और एंटीऑक्सीडेंट में अधिक होते हैं जिससे वजन कम करने में मदद मिलती हैं। इसमें विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है। ये फल इम्युन सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करता है। विटामिन सी आपको सामान्य सर्दी से उबरने में मदद करता है। नियमित रूप से ग्रेपफ्रूट का सेवन करने से आपका हृदय स्वस्थ रहता है। शोध के अनुसार, ये हृदय रोग के जोखिम को कम करता है। ग्रेपफ्रूट में मौजूद विटामिन सी आपकी त्वचा के लिए फायेमंद है जिससे त्वचा में निखार आता है।

चकोतरा में प्राकृतिक रूप से किनीन होता है। जो मलेरिया बुखार में बहुत लाभदायक होता है। बुखार से छुटकारा पाने के लिए चकोतरा का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। गठिया जैसी समस्याओं के लिए चकोतरा फल बहुत अच्छा माना जाता है। इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम होता है। जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद व गठिया रोग को दूर करता है। पांचनक्रिया को ठीक रखने चकोतरा अन्य फलो के मुकाबले हल्का होता है। जो आसानी से पेट में पच जाता है शरीर में पांचन किया को ठीक रखने में मदद करता है। जिससे पेट सम्बंधित अन्य विकार नहीं होता है। बालों को मजबूत व सुंदर बनाने में चकोतरा बहुत उपयोगी होती है। इसमें अधिक मात्रा में विटामिन सी और कई एंटी-ऑक्सीडेंट होते है जो बालो की जड़ो को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।