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सरकार ने डीजल से चलने वाली सवारी गाड़ियों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। क्योंकि लगातार बढ़ते वाहनों के दबाव में ट्रैफिक की दिक्कत के साथ ही प्रदूषण भी बढ़ रहा है। डीजल के वाहनों से निकले धुएं से वातावरण में जहरीली गैस घुल रही है, जो पर्यावरण के लिए घातक है। इन सब को ध्यान में रखते हुए अब सीएनजी वाहनों का चलन तेजी से बढ़ा है।
शहरों में बढ़ते प्रदूषण को कम करने में सीएनजी युक्त गाडिय़ों की भूमिका काफी काम की साबित हो रही है। इसी के चलते अब यूपी के प्रयागराज मंडल में सीएनजी युक्त सवारी गाडिय़ों को बढ़ावा दिया जा रहा है। जल्द ही इन जनपदों में भी डीजल युक्त सवारी गाडिय़ों के संचालन पर रोक लग जाएगी। इसको लेकर संभागीय परिवहन प्राधिकरण की सात सितंबर को होने वाली बैठक में अहम निर्णय भी होना है।
प्रयागराज में प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए सीएनजी युक्त सवारी गाडिय़ों को बढ़ावा दिया जा रहा है। हालांकि रोक के बावजूद अभी भी डीजल युक्त सवारी गाडिय़ां चल रही हैं। इस पर और सख्त रुख अपनाने को लेकर सात सितंबर को संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में चर्चा होगी। साथ ही मंडल सीएनजी युक्त सवारियों गाडिय़ों के विस्तार पर मंथन किया जाएगा।
प्रयागराज में 10 सीएनजी पंप संचालित हो रहे हैं। प्रतापगढ़ एवं कौशांबी में दो-दो और फतेहपुर में चार सीएनजी पंप खुल चुके हैं। इसलिए यहां पर शहरी क्षेत्र में उन्हीं सवारी गाडिय़ों को चलने की अनुमति दी जाएगी, जिसमें सीएनजी लगा होगा। नया परमिट केवल सीएनजी सवारी गाडिय़ों का ही होगा।
अब शहरी क्षेत्र में प्रदूषण कम करने के लिए सीएनजी युक्त सवारी गाडिय़ों को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रयागराज में इसका सफल प्रयोग होने के बाद अब प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर जिले में भी इसका विस्तार किया जाएगा। संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में इसको लेकर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। उसके आधार पर अनुपालन कराया जाएगा।
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