आज के समय में स्मार्टफोन इस्तेमाल हर कोई करता है, लेकिन इसका यूज जितना फायदेमंद है उतना खतरनाक भी है। हैकिंग और साइबर चोरी तकनीक से जुड़े परेशानी के सबसे बड़े मुद्दों में से हैं और इनसे बचे रहना एक मुश्किल काम है। लेकिन हम आपको डिटेल बता रहे हैं कि Google भी अपने कई सारे ऐप्स के जरिए आपकी जासूसी करता है जो खतरनाक साबित हो सकता है।

अगर आप गूगल के सर्च (google search) और मैप्स जैसे फीचर्स को यूज करते हैं, तो इन ऐप्स के जरिए गूगल आपका सारा डेटा सेव करके रख रहा है। गूगल इन ऐप्स (google apps) के माध्यम से आपका लोकेशन डेटा सेव करता है और इस काम के लिए वो आपके स्मार्टफोन के जीपीएस सिस्टम की मदद लेता है।

गूगल आपके लोकेशन से जुड़े डेटा को सेव करके अपने ऐड्स को और बेहतर बनाने की कोशिश करता है। आपको बता दें कि गूगल की इस जासूसी ने दुनिया भर में गूगल के एंड्रॉयड ओएस को इस्तेमाल करने वाले दो बिलियन से ज्यादा यूजर्स को प्रभावित किया है। आपको बता दें कि गूगल की इस हरकत से कई सारे iPhone यूजर्स भी परेशान हैं जो मैप्स और सर्च के लिए गूगल पर निर्भर करते हैं।

गूगल आपको ट्रैक करने से पहले हमेशा आपकी पर्मिशन लेता है और उसके बाद भी आगे बढ़ता है, लेकिन अगर आप चाहें तो गूगल की इस लोकेशन ट्रैकिंग को बंद कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए आपको सबसे पहले अपने स्मार्टफोन ब्राउजर पर जाकर google.com खोलना होगा, सबसे ऊपर दाईं ओर दिए आइकन पर क्लिक करके अपने गूगल अकाउंट में लॉग-इन करना होगा और फिर ‘मैनेज यौर गूगल अकाउंट’ पर क्लिक करना होगा। इस ऑप्शन को सिलेक्ट करने के बाद ‘प्राइवेसी और पर्सनलाइजेशन’ में जाइए, ‘मैनेज यौर डेटा एंड प्राइवेसी’ पर क्लिक कीजिए, ‘ऐक्टिविटी कंट्रोल’ को सिलेक्ट कीजिए और नीचे स्क्रॉल करके ‘मैनेज यौर ऐक्टिविटी कंट्रोल’ पर जाइए। यहां आपको ‘वेब एंड ऐक्टिविटी’ दिखाई देगा जिसे आपको ऑन से ऑफ कर देना है।

इस तरह आप अपने गूगल के ट्रैकिंग फीचर को ऑफ करके इस जासूसी से बच सकेंगे। लेकिन हम आपको बता दें कि इस फीचर को सिलेक्ट करने से फिर आपको गूगल के ऐप्स और सर्विसेज पर उतने पर्सनलाइज्ड सुझाव नहीं मिलेंगे जितने अब तक मिलते आए हैं।