
सर्च इंजन गूगल ने चीन से जुड़े लगभग 2,500 से ज्यादा यूट्यूब चैनल डिलीट कर दिए हैं। इसकी वजह बताते हुए गूगल ने कहा है कि इन चैनल्स को भ्रामक जानकारी फैलाने के चलते वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म से हटाया गया है। यूट्यूब ने बताया कि इन चैनल्स पर आमतौर पर स्पैम, नॉन-पॉलिटिकल कंटेंट पोस्ट किया जा रहा था, लेकिन इनमें पॉलिटिक्स से जुड़ी कुछ बातें भी थीं। गूगल ने हालांकि इन चैनलों के नाम का खुलासा नहीं किया, लेकिन कुछ दूसरी जानकारियां जरूर दी।
एल्फाबेट के मालिकाना हक वाली कंपनी गूगल ने बताया कि इन यूट्यूब चैनल को अप्रैल और जून के बीच यूट्यूब से हटाया गया। ऐसा चीन से जुड़े इन्फ्लुएंस ऑपरेशंस के लिए चल रही हमारी जांच के तहत किया गया। गूगल ने अपने भ्रामक जानकारी के लिए चलने वाले ऑपरेशन के तिमाही बुलेटिन में यह जानकारी दी।
कंपनी ने बताया कि ट्विटर पर भी ऐसी ही एक्टिविटी वाले वीडियो के लिंक देखे गए। सोशल मीडिया एनालिटिक्स कंपनी ग्राफिका ने अप्रैल में डिसइंफॉर्मेशन कैंपेन में इनकी पहचान की।
गूगल की ताजा कार्रवाई को लेकर अमेरिका में चीनी दूतावास ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, इससे पहले बीजिंग भ्रामक सूचना फैलाने के आरोपों से इनकार करता रहा है। विदेशी संस्थाओं की ओर से भ्रामक सूचनाएं फैलाने का मामला 2016 के राष्ट्रपति चुनावों से अमेरिकी राजनीतिज्ञों और तकनीशियनों के लिए गंभीर मुद्दा बना हुआ है। तब रूस की सरकार से जुड़ी सैकड़ों संस्थाओं ने हजारों भ्रामक मैसेज सोशल मीडिया में पोस्ट किये थे।
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