भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (General Manoj Mukund Naravane) ने कहा कि भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (Gen Bipin Rawat Chopper Crash) एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने सेना के उच्च रक्षा संगठन में दूरगामी सुधारों की शुरूआत की। यह टिप्पणी एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद आई है, जिसमें जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य की मौत हो गई। जनरल रावत अपनी पत्नी और अन्य अधिकारियों के साथ तमिलनाडु में कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर में सवार थे, जो बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त (Chopper Crash Live Updates) हो गया।

नरवणे और बल के सभी रैंकों ने जनरल रावत, उनकी पत्नी और अन्य सैन्य कर्मियों के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सेना ने एक बयान में कहा कि जनरल रावत (Gen Bipin Rawat) ने भारत के संयुक्त थिएटर कमांड की नींव रखने और सैन्य उपकरणों के बढ़ते स्वदेशीकरण को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसे आगे की पीढिय़ों द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा और मजबूत किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि सीडीएस (CDS) और उनकी पत्नी के साथ मौजूद 11 मृत सैन्य कर्मियों को भी समान रूप से याद किया जाएगा। बल ने कहा कि उन्होंने सशस्त्र बलों की सर्वोत्तम परंपराओं के अनुसार अपने कर्तव्यों का पालन किया।

जनरल रावत, नीलगिरी हिल्स के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (Defense Services Staff College), स्टाफ कोर्स फैकल्टी और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने के लिए जा रहे थे। बुधवार दोपहर सीडीएस, नौ अन्य और चार चालक दल के सदस्यों को लेकर जा रहे आईएएफ एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर कुन्नूर के पास दुखद दुर्घटना (Chopper Crash) का शिकार हो गया। 14 लोगों में से, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में डायरेक्टिंग स्टाफ, का वर्तमान में वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। सिंह अपनी पत्नी और सात कर्मचारियों के साथ सुबह 8:47 बजे कोयंबटूर के पास सुलूर आईएएफ बेस के लिए दिल्ली में एक उड़ान में सवार हुए थे। वे सुबह 11:34 बजे सुलूर में उतरे। वहां से वे 11:48 बजे एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर में सवार हुए। दोपहर 12:22 बजे, वायु यातायात नियंत्रण (एटीसी) का हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया, जो कुन्नूर से लगभग 7 किमी दूर एक वन क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आईएएफ ने कहा कि दुर्घटना में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है और रिपोर्ट एक महीने बाद आने की उम्मीद है।सभी मृतकों के पार्थिव शरीर गुरुवार को दिल्ली लाए जाएंगे।