गणेश चतुर्थी के दिन लोग घरों में गणपति की स्थापना करते हैं। लोग 10 दिन के लिए घर में गणपति को विराजमान करते हैं। अनंत चतुर्दशी के लिए गणपति को विदाई देकर उनका विसर्जन किया जाता है। महाराष्ट्र में यह खासतौर पर मनाई जाती है, लेकिन अब गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, यूपी और आंध्र प्रदेश में काफी धूमधाम से गणेश उत्सव मनाया जाता है।

पूजा का शुभ मुहर्त 12:17 बजे शुरू होकर और रात 10 बजे तक रहेगा। पूजा के समय  ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें। प्रसाद के रूप में मोदक और लड्डू वितरित करें।

पंचांग के अनुसार अनंत चतुर्दशी 19 सितंबर 2021 को है। इस दिन गणपति बप्पा को विदाई दी जाती है।

गणेश चतुर्थी की पूजा सामग्री में पान, सुपारी, लड्डू, सिंदूर, दूर्वा शामिल करते हैं।