बिहार की सियासत में राजनीतिक दलों के बीच खींचतान कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ अलग-अलग दलों के नेताओं के बीच मुलाकातों का सिलसिला चल रहा है तो दूसरी तरफ दलों के अंदर भी बगावतों सुगबुगाहट शुरू हो गई है। 

ताजा मामला लोक जनशक्ति पार्टी का है। पार्टी से निष्‍कासित पूर्व प्रवक्‍ता केशव सिंह ने दावा किया है पांच दर्जन से अधिक नेता और सैकड़ों कार्यकर्ता 18 फरवरी को जनता दल यू में शामिल हो जाएंगे। गौरतलब है कि इसके पहले जनवरी में भी लोजपा के 27 नेताओं ने एक साथ इस्‍तीफा देकर पार्टी छोड़ दी थी। इन सबने एनडीए को समर्थन का ऐलान किया था। 

पूर्व प्रवक्‍ता केशव सिंह ने दावा किया कि पार्टी छोड़ने जा रहे नेताओं में कई जिलाध्‍यक्ष और पांच दर्जन से अधिक नेता शामिल हैं। उनके मुताबिक यह फैसला हाल ही में लोजपा के बागी नेताओं की बैठक में लिया गया था। उन्‍होंने बताया कि 18 फरवरी को जद यू के पटना कार्यालय में मिलन समारोह आयोजित किया गया है। लोजपा के बागी नेता इस समारोह में शिरकत करेंगे। वे औपचारिक रूप से जद यू में शामिल हो जाएंगे। उन्‍होंने कहा कि वह खुद भी जद यू की सदस्‍यता ले लेंगे। 

केशव सिंह ने लोजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष चिराग पासवान पर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्‍होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में चिराग ने पार्टी और एनडीए को बड़ी क्षति पहुंचाई। राष्‍ट्रीय जनता दल और महागठबंधन से उनकी सांठगांठ रही। उन्‍होंने कहा कि चुनाव के दौरान चिराग सीएम नीतीश को जेल भेजने की बात कह रहे थे लेकिन अब कोई उन्‍हें जेल जाने से नहीं बचा सकता। 

लोजपा से निष्‍कासित नेता केशव सिंह ने कहा कि हाल में हुई लोजपा के बागियों की बैठक में चिराग पासवान पर चुनाव के दौरान झूठ का सहारा लेकर 94 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं को ठगने का आरोप लगाते लगाया गया है। तय किया गया कि उनके खिलाफ मुकदमा भी किया जाएगा। उन्‍होंने आरोप लगाया कि फरवरी 2019 में 25 हजार सदस्य बनाने वालों को ही विधानसभा चुनाव का टिकट देने की घोषणा की गई थी, इसके नाम पर बड़ी राशि वसूली गई। फिर बाद में उनकी जगह पर बाहरी लोगों से पैसे लेकर टिकटों का सौदा किया गया।