नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का सिंघु बॉर्डर पर आज 82वां और गाजीपुर बॉर्डर पर 80वां दिन है। वहीं, टूलकिट मामले में क्लाइमेट ऐक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी के खिलाफ विपक्ष एकजुट दिख रहा है। कांग्रेस पार्टी के कई बड़े नेताओं सहित दिल्ली के सीएम अरविंद केजरिवाल ने भी दिशा की गिरफ्तारी का विरोध किया है। इसी बीच दिल्ली पुलिस ने टूलकिट मामले में निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। दूसरी ओर दिशा की गिरफ्तारी पर अब सियासी बवाल मच रहा है। किसानों के साथ ही कांग्रेस नेता इस गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं।

दिशा की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने आज सुबह ट्वीट किया, डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से। वहीं कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, क्या देश इतना कमजोर है कि एक ट्वीट से उसकी सुरक्षा खतरे में आ जाती है? गौरतलब है कि पुलिस ने दिशा को ग्रेटा थनबर्ग की ओर से किसान आंदोलन के समर्थन में शेयर की गई टूलकिट के मामले में रविवार को गिरफ्तार किया। ग्रेटा ने कुछ दिनों पहले अपने ट्वीट के साथ एक टूलकिट शेयर की थी। हालांकि बाद में उन्होंने इसे डिलीट कर दिया था। पुलिस का आरोप है कि दिशा ने ही उसे सर्कुलेट किया था।

वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरिवाल ने भी दिशा की गिरफ्तारी का विरोध किया है। उन्होंने आज सुबह एक ट्वीट कर लिखा, 21 साल की दिशा रवि की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर हमला है। हमारे किसानों का समर्थन करना कोई अपराध नहीं है। वहीं कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, यदि माउंट कार्मेल कॉलेज की 22 वर्षीया छात्रा और जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि देश के लिए खतरा बन गई है, तो भारत बहुत ही कमजोर बुनियाद पर खड़ा है। चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की तुलना में किसानों के विरोध का समर्थन करने के लिए लाया गया एक टूलकिट अधिक खतरनाक है। भारत बेतुका रंगमंच बन रहा है और यह दुखद है कि दिल्ली पुलिस उत्पीड़कों का औजार बन गई है। मैं दिशा रवि की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं और सभी छात्रों और युवाओं से आग्रह करता हूं कि वे निरंकुश शासन के खिलाफ आवाज उठाएं। वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट किया, क्या सरकार को अपनी छवि खराब होने की परवाह नहीं है। भारत में किसान आंदोलन को दबाने के लिए जिस तरह से राजनीतिक विरोध और वैचारिक आजादी पर हमले हो रहे हैं, दिशा रवि की गिरफ्तारी उसमें नया कदम है।