जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जम्मू में आतंकवादियों का सफाया करने के अभियान के तहत जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादियों और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त महानिदेशक मुकेश सिंह ने शनिवार को बताया कि आतंकवादी ड्रोन द्वारा गिराए गए हथियार समेटने और कश्मीर घाटी में जैश-ए-मोहम्मद के सक्रिय आतंकवादियों तक उनकी आपूर्ति करने की योजना बना रहे थे। 

आतंकवादियों का मकसद स्वंतत्रता दिवस से पहले जम्मू आधारित वाहनों में त्वरित विस्फोटक उपकरण (आईईडी) लगाना और देश के अन्य हिस्सों में महत्वपूर्ण लक्ष्यों की टोह लेना था। उन्होंने बताया कि इस कड़ी में सबसे पहले आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य पुलवामा के प्रिचू के मुंतजिर मंजूर उर्फ सैफुल्लाह पुत्र मंजूर अहमद भट के पास से एक पिस्टल, एक मैगजीन, आठ कारतूस और दो चीनी हथगोले बरामद किए गए। शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, कश्मीर घाटी में हथियारों के परिवहन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उसके ट्रक को भी जब्त कर लिया गया है। बाद में जैश के तीन और आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया और उनकी पहचान मिरदान मोहल्ला कांडाला शामली (उत्तर प्रदेश) के इजहार खान उर्फ सोनू खान के रूप में हुई। 

सिंह ने कहा कि गिरफ्तार आतंकवादियों ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान में मुनाजिर उर्फ शाहिद नाम के जैश कमांडर ने उसे अमृतसर के पास से हथियार इकट्ठा करने के लिए कहा था, जिन्हें ड्रोन से गिराया जाएगा। उन्होंने कहा, उसे (गिरफ्तार आतंकवादी को) जैश ने पानीपत तेल रिफाइनरी की टोह लेने के लिए भी कहा था, जो उसने किया और पाकिस्तान को वीडियो भेजा। गिरफ्तार तीसरे आतंकवादी की पहचान शोपियां के तौसीफ अहमद शाह उर्फ शौकत और अदानान जेफ के रूप में हुई है, उसे अयोध्या राम जन्मभूमि की टोह करने का काम सौंपा गया था, लेकिन इस कार्य को पूरा करने से पहले उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 

तौसीफ ने बताया कि उसे जैश कमांडर शाहिद और पाकिस्तान में अबरार नाम के एक अन्य जैश आतंकवादी ने जम्मू में एक आवास लेने का काम सौंपा था, जिसे उसने मुकम्मल किया। पाकिस्तान में बैठे उनके आकाओं ने फिर उसे जम्मू में त्वरित विस्फोटक उपकरण (आईईडी) विस्फोट करने के लिए सेकेंड हैंड मोटरसाइकिल खरीदने के लिए कहा गया। उसने बताया कि इस मकसद को पूरा करने के लिए आईईडी को एक ड्रोन द्वारा गिराया जाएगा। इस काम को पूरा करने से पहले ही तौसिफ को गिरफ्तार कर लिया गया। एडीजीपी ने बताया कि मामले में पुलवामा बंदजू के जहांगीर अहमद भट को भी गिरफ्तार किया गया है। वह कश्मीर में फल व्यापारी है, जो लगातार पाकिस्तान में जैश के शाहिद के संपर्क में था और उसने इजाहगर खान को उससे मिलवाया था और उसके बाद वह कश्मीर घाटी और देश के बाकी हिस्सों में जैश के लिए लोगों की भर्ती कर रहा था।