भारतीय जनता पार्टी ने अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन को बिहार से अपना एमएलसी प्रत्याशी बनाने की घोषणा की है।  इसके साथ ही पार्टी ने हुसैन को बिहार में दो विधान परिषद सीटों पर उपचुनाव के लिए भी जिम्मेदारी दी है।  

इसके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री हुसैन की चुनावी राजनीति में वापसी हो गई है। 2014 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद यह पहला मौका है जब वह चुनावी मैदान में उतरेंगे। 2014 में वह भागलपुर से चुनाव हार गए थे जबकि 2019 में उन्हें टिकट नहीं मिला था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में वह नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं।

शाहनवाज हुसैन तीन बार लोकसभा के लिए चुने जा चुके हैं।  वह 1999 में किशनगंज, 2006 और 2009 में भागलपुर से चुनाव जीतक सांसद चुने गए थे। इसके साथ ही शाहनवाज हुसैन केंद्र की अटल बिहार वाजपेयी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।  वहीं, शाहनवाज हुसैन को बिहार विधान परिषद का उम्मीदवार बनाए जाने पर संजय मयूख ने कहा कि बिहार विधान परिषद में शाहनवाज हुसैन जैसे नेता बैठेगा तो बीजेपी क मुखर आवाज होगी, जो बिहार के विकास को गति देगी। 

इसके अलावा भाजपा ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 12 सीटों पर आगामी द्विवार्षिक चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची भी जारी कर दी। बता दें कि ये विधान परिषद की ये सीटें इस महीने के अंत में खाली हो जाएंगी। बता दें कि ये विधान परिषद की ये सीटें इस महीने के अंत में खाली हो जाएंगी। इनमें कुंवर मानवेन्द्र सिंह, गोविंद नारायण शुक्ला, सलिल बिश्नोई, अश्विनी त्यागी, धर्मवीर प्रजापति और सुरेंद्र चौधरी शामिल हैं।