चीन के साथ सीमा पर बने तनाव को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ी बात कही है। चीन के साथ सीमा पर बने तनाव को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि भारतीय सैन्य कमांडरों ने पिछले एक साल के दौरान अपने चीनी समकक्षों के साथ नौ दौर की वार्ता की है। ये वार्ता भविष्य में भी जारी रहेगी।

आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव को लेकर चर्चा की। विदेश मंत्री ने कहा कि अभी तक चीन के साथ जो भी बातचीत हुई है उसका जमीन पर असर दिखाई नहीं दे रहा है। विदेश मंत्री ने कहा कि सेना के कमांडर अब तक नौ दौर की वार्ता कर चुके हैं। हमें लगता है कि कुछ प्रगति हुई है लेकिन इसे समाधान के तौर पर नहीं देखा जा सकता है।

विजयवाड़ा में उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच पूर्वी  लद्दाख में जो गतिरोध चल रहा है उसे समाप्त करने के लिये दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ताएं हो चुकी हैं लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी ऐसी वार्ताएं जारी रहेंगी। सैनिकों के पीछे हटने का मुद्दा बहुत पेचीदा है। यह सेनाओं पर निर्भर करता है। आपको अपनी भौगोलिक स्थिति और घटनाक्रम के बारे में पता होना चाहिये।

आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच अप्रैल 2020 से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। चीन ने लद्दाख सीमा के पास कई बार घुसपैठ की कोशिश की सैनिकों की संख्याओं को बढ़ाया। हालांकि भारत ने भी इस दौरान अपनी तैयारियों को पुख्ता किया। दोनों देशों के बीच अब तक कई राउंड की चर्चा हो चुकी है। दोनों तरफ से पूर्वी लद्दाख में सेना और हथियारों की भारी तैनाती की गई है। भारत ने आर्टिलरी गन, टैंक, हथियारबंद वाहन सीमा पर तैनात कर रखे हैं। दोनों देशों के बीच 9 राउंड की वार्ता हो चुकी है लेकिन लद्दाख में गतिरोध का समाधान नहीं निकला है।