भारत के विमान वाहन पोत आईएनएस विक्रमादित्य में शनिवार सुबह मामूली आग लग गई।  हालांकि, इस दौरान किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ।  इस बात की जानकारी नौसेना के प्रवक्ता ने दी है।  फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है।  इसके अलावा घटना की जांच शुरू करने के आदेश दिए गए हैं।  आईएनएस विक्रमादित्य इस वक्त कारवार हार्बर में है। 

आई एन एस विक्रमादित्य के सेलर एकामडेशन कंपार्टमेंट में आग लग गई है।  बताया जा रहा है कि ड्यूटी स्टाफ ने सेलर एकामडेशन कंपार्टमेंट में उठ रहे आग और धुएं को देखा और इसके बाद फायर फाइटिंग ऑपरेशन लांच किया।  तत्काल की गई इस कार्रवाई के बाद आग पर काबू पाया गया।  नौसेना के एक प्रवक्ता ने यहां एक बयान में बताया कि आग बुझा दी गई है और पोत में सवार सभी कर्मी सुरक्षित हैं। 

बयान में कहा गया है, ‘ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने युद्धक विमान में नौसैनिकों के रहने वाले हिस्से से धुआं उठते देखा। ’ कहा गया, ‘पोत के ड्यूटी कर्मियों ने आग को बुझाने के लिए तत्काल कार्रवाई की।  पोत में सवार सभी कर्मियों की गिनती की गई और कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा है। नौसेना प्रवक्ता ने बताया कि इस घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं।  पोत बंदरगाह में खड़ा है। 

कीव क्लास के इस विमान वाहक पोत को भारत ने रूस से साल 2013 में खरीदा था।  बाकू के नाम से तैयार हुआ यह पोत 1987 में सेना में शामिल हुआ था।  इसने 1996 तक सोवियत और रूसी नौसेना में अपनी सेवाएं दी।  खास बात है कि खर्चीला होने की वजह से इसे नौसेना से हटा लिया गया था।  तीन फुटबॉल मैदानों के आकार के आकार के इस पोत पर कुल 22 डेक हैं और इसमें 1600 कर्मी रह सकते हैं।