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तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ हुए कथित पिटाई के मामले में फर्जी वीडियो शेयर करने के मामले में सन ऑफ बिहार के नाम से मशहूर मनीष कश्यप पर एक और FIR दर्ज की गई है। ये FIR मनीष की झूठी गिरफ्तारी की खबर फैलाने को लेकर की गई है। हालांकि जिस ट्विटर अकाउंट से गिरफ्तारी की बात कही गई उसे एडिट कर दिया गया और दावा किया गया कि यह मनीष कश्यप का फैन अकाउंट है। अब इस मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने जांच कर रही है। गिरफ्तारी के डर से मनीष कश्यप लगातार फरार चल रहा है।
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पुलिस मुख्यालय ने रविवार को आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि मनीष कश्यप ने अपनी गिरफ्तारी की जो तस्वीर सोशल मीडिया पर अपलोड की है। वो 5 फरवरी 2019 की है। उस वक्त पटना के कोतवाली थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। मनीष कश्यप के नाम से बनाए गए इस ट्विटर अकाउंट में लिखा था कि मुझे खुशी है, मैं बिहारवासियों के लिए जेल जा रहा हूं। कल रात 8 बजे के करीब मुझे गिरफ्तार किया गया.। बिहार की जनता देख रही है कि कैसे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वालों को जबरन दबाया जाता है। मैं ना रुका था, ना रुकूंगा। वापस आऊंगा जल्द ही।
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पुलिस के इस ट्वीट के बाद ट्विटर अकाउंट manishkashyap43 को एडिट कर दिया गया। साथ ही दावा किया गया कि यह मनीष कश्यप का अकाउंट नहीं है बल्कि उसका फैन अकाउंट है। इतना ही नहीं हैंडल का नाम बदलकर 'Fake Account' कर दिया गया। इसके बायो में लिखा है कि यह मनीष कश्यप का फैन पेज है। फर्जी फोटो पोस्ट करने के लिए क्षमा करें। प्लीज सर, मुझे माफ कर दो, मैं वादा करता हूं कि मैं इस तरह का काम फिर कभी नहीं करूंगा। बिहार पुलिस।
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