/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/02/01/01-1612153251.jpg)
भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में बड़ी उठापटक देखने को मिल रही है। सेना म्यांमार में तख्तापलट कर दिया है। इस बीच म्यांमार की सबसे बड़ी नेता आंग सान सू की, राष्ट्रपति विन मिंट और सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य वरिष्ठ लोगों को सुबह की छापेमारी में हिरासत में लिया गया है। सत्तारूढ़ पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी के एक प्रवक्ता ने सोमवार को इसकी जानकारी दी है। उनके मुताबिक ये कदम सरकार और शक्तिशाली सेना के बीच बढ़ते तनाव के बाद उठाया गया है जो चुनाव के बाद भडक़ी हुई है।
एक दशक पहले तक म्यांमार में सैनिक शासन था और ये सैनिक शासन लगभग 50 साल तक जारी रहा इसलिए म्यांमार का लोकतंत्र अभी जड़ें नहीं जमा सका है। पिछले नवंबर में हुए संसदीय चुनाव में सत्ताधारी एनएलडी पर चुनावी धांधली के आरोप लगे थे। इन चुनावों में एनएलडी की बड़ी जीत हुई थी, लेकिन उसकी जीत को तब से संदेह की निगाह से देखा जाता रहा है। म्यांमार की नवनिर्वाचित संसद की पहली बैठक आज प्रस्तावित थी। इससे पहले सेना ने बड़े नेताओं को हिरासत में ले लिया। भारत के लिए खबर इसलिए बड़ी है क्योंकि म्यांमार ना सिर्फ पड़ोसी देश है बल्कि सुरक्षा और कूटनीति के लिहाज से भी यह भारतीय विदेश नीति में महत्वपूर्ण स्थान रखता रहा है। सरकार और सेना के बीच तनाव बढऩे के बाद हिरासत में लेने की बात सामने आई है। इसके बाद सेना के तख्तापलट की आशंकाओं से खलबली मच गई। कुछ समय पहले हुए चुनाव में नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) को मिली जीत में सेना ने भी धांधली की बात कही थी।
पार्टी प्रवक्ता ने बताया है कि सू की, राष्ट्रपति विन म्यिंट और दूसरे नेताओं को सुबह-सुबह ले जाया गया था। उन्होंने कहा, हम अपने लोगों से कहना चाहते हैं कि वे जल्दबाजी में जवाब न दें और मैं चाहता हूं कि वे कानून के मुताबिक काम करें। उन्होंने ने कहा कि संभावना है कि उन्हें हिरासत में लिया गया है। सोमवार की सुबह के शुरुआती घंटों में राजधानी की फोन लाइनें भी काम नहीं कर रही थी। सैन्य प्रवक्ता ने इस पर कोई कमेंट करने से इनकार किया है। वहीं एनएलडी के एक सांसद ने डर की वजह से नाम गुप्त रखने के आग्रह करते हुए कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों में पार्टी की केंद्रीय कार्यकारी समिति के एक हान थर भी शामिल थे।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |