केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 56 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसानों का सब्र अब टूटता नजर आ रहा है। टिकरी बॉर्डर पर एक किसान ने जहर खा लिया। किसान की देर रात संजय गांधी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। 

बताया जा रहा है कि किसान ने मुख्य मंच के पास जहर खाया था। किसान की पहचान रोहतक निवासी जयभगवान के रूप में हुई है। गौरतलब है कि इससे पहले भी एक किसान ने फांसी का फंदा लगा आत्महत्या कर ली थी। जहरीला पदार्थ निगलने से पहले जयभगवान राणा ने देशवासियों के नाम एक पत्र भी लिखा है। इसमें उन्होंने किसानों की समस्या का समाधान सुझाया है। उन्होंने लिखा कि सरकार सभी राज्यों के दो-दो किसान नेताओं से मीडिया की मौजूदगी में बात करे। अगर ज्यादा राज्यों के किसान नेता कानूनों के खिलाफ हों तो कानूनों को रद्द कर दिया जाए और ज्यादा राज्य कानून के हक में हैं तो किसान अपने आंदोलन को खत्म कर घर चले जाएं।

उधर सुप्रीम कोर्ट से गठित समिति की मंगलवार को पहली बैठक हुई। कमिटी नए कृषि कानूनों पर किसानों, केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और सभी पक्षकारों के विचार जानेगी। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी किसानों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल ने कहा कि सरकार किसानों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। 9 बार बात हो गई है, सरकार मामले में कोर्ट को घसीट रही है।