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बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में तीन चरणों में हुए मतदान की मतगणना मंगलवार सुबह आठ बजे कोरोना काल के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जारी है। मतगणना के बीच EVM की विश्वसनीयता के संबंध में कुछ विपक्षी नेताओं द्वारा सवाल उठाए जाने के बीच चुनाव आयोग ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि यह मशीन पूरी तरह मजबूत है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकती।
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों में महागठबंधन के पिछड़ने के बाद कांग्रेस नेता उदित राज ने मंगलवार को इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (EVM) की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब उपग्रह को धरती से नियंत्रित किया जा सकता है तो फिर EVM हैक क्यों नहीं की जा सकती? चुनाव आयोग ने विपक्ष के आरोपों को खारिज कर दिया कि EVM को हैक किया जा सकता है। EVM के प्रभारी उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन ने मशीन की विश्वसनीयता के संबंध में कुछ नेताओं द्वारा खड़े किए गए सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मशीन पूरी तरह मजबूत है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा कि बार-बार स्पष्ट किया गया है और फिर से बता दें कि EVM पूरी तरह मजबूत है और इससे छेड़छाड़ नहीं हो सकती। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने कई बार इस उपकरण के इस्तेमाल को सही बताया है। जैन ने याद दिलाया कि वर्ष 2017 में आयोग ने राजनीतिक दलों को EVM चुनौती दी थी। उन्होंने कहा कि EVM की विश्वसनीयता किसी भी संदेह से परे है। इससे अधिक कोई स्पष्टीकरण नहीं दे सकते।
दूसरी तरफ, कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने उदित राज का नाम लिए बगैर कहा कि EVM पर सवाल खड़े करने का सिलसिला बंद होना चाहिए, क्योंकि इसके साथ छेड़छाड़ का दावा अब तक वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हो सका है। कांग्रेस सांसद कार्ति ने ट्वीट किया कि नतीजा चाहे कुछ भी हो, लेकिन अब EVM को जिम्मेदार ठहराया जाना बंद होना चाहिए। मेरे अनुभव के मुताबिक, EVM की व्यवस्था मजबूत, उचित और भरोसेमंद है। यह राय मेरी हमेशा से रही है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों की ओर से EVM पर सवाल खड़े किए जाते हैं और खासकर चुनाव परिणाम के अपने अनुकूल नहीं होने पर ऐसा होता है। अब तक इस दावे को वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं किया जा सका है।
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