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मिस्र के पिरामिड ऑफ जोजर पर प्राचीन पोशाक में डांसर सलमा अल-शिमि का निजी फोटोशूट करने को लेकर पुलिस ने फोटोग्राफर को संस्कृति और पिरामिड का अनादर करने के आरोप में हिरासत में लिया है। शिमि ने 4,700 साल पुराने इस पिरामिड पर शूट की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की थीं।
पुलिस फोटोशूट की अनुमति देने वाले की भी तलाश कर रही है। मॉडल सलमा अल-शिमी ने प्राचीन समय में राजा फेरो के समय में पहने जाने वाले कपड़े पहनकर मकबरे के सामने फोटो खिंचवाई थी। पुरातात्विक महत्व के इलाके में इस प्राइवेट फोटोशूट के बाद फोटोग्राफर को अरेस्ट कर लिया गया। उसकी पहचान उजागर नहीं की गई है। यही नहीं फोटोग्राफर के मामले को अदालत के पास भेज दिया गया है।
इन तस्वीरों को पोस्ट करने के बाद अफवाह उड़ी कि मॉडल सलमा अल-शिमी को मिस्र की प्राचीन विरासत को नुकसान पहुंचाने वाले कपड़े पहनने और सरकार के नियमों के उल्लंघन पर अरेस्ट कर लिया गया है। हालांकि पुलिस ने इसका खंडन किया है। सक्कारा प्राचीन मिस्र में करीब 3 हजार साल पहले एक विशाल कब्रिस्तान था। इसे विश्व विरासत स्थल का दर्जा प्राप्त है। सोशल मीडिया में इस पिरामिड के सामने भडक़ाऊ तस्वीर खिंचवाने पर लोगों में गुस्सा है। मिस्र की मीडिया के मुताबिक इन तस्वीरों को मॉडल शिमी के इंस्टाग्राम अकाउंट से डिलीट कर दिया गया। इससे पहले हाल के महीनों में मिस्र की अदालतों ने सोशल मीडिया पर सक्रिय कई लोगों को आक्रामक तस्वीरें शेयर करने पर जेल भेज दिया है।
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