/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/09/11/01-1631366805.jpg)
प्रवर्तन निदेशालय ने अभिषेक बनर्जी को एक बार फिर नोटिस देकर 21 सितंबर को दिल्ली में ईडी के अधिकारियों के सामने पेश होने को कहा है। कथित कोयला तस्करी मामले में इस महीने बनर्जी को यह तीसरा नोटिस दिया गया है। इससे पहले 6 सितंबर को बनर्जी ईडी अधिकारियों के सामने पेश हुईं और उनसे नौ घंटे तक पूछताछ की गई। अगले दिन फिर उन्हें कार्यालय आने के लिए कहा गया है, लेकिन बनर्जी ने जवाब दिया कि उनके पूर्व निर्धारित राजनीतिक कार्यक्रमों के कारण उनके लिए उपस्थित होना असंभव था। केंद्रीय एजेंसी ने फिर से एक नोटिस जारी कर उन्हें 21 सितंबर को पेश होने को कहा है।
बनर्जी से पूछताछ ने राजनीतिक हलकों में बहस छेड़ दी है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन मुद्दों पर भाजपा सरकार पर हमला किया है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मोदी-शाह की जोड़ी प्रतिशोध की राजनीति में लिप्त थी। ममता बनर्जी ने अभिषेक बनर्जी से पूछताछ पर कहा, ‘‘उनके पास कोई सबूत नहीं है। वे केवल उन्हें (अभिषेक बनर्जी) परेशान कर रहे हैं। जब वे हमें राजनीतिक रूप से नहीं लड़ सकते हैं, तो वे हमें डराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं।’’
(पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत दायर मामला, ईडी द्वारा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की नवंबर, 2020 की प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद दायर किया गया था, जिसमें ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी का आरोप लगाया गया था। आसनसोल और उसके आसपास राज्य के कुनुस्तोरिया और कजोरा क्षेत्रों में। स्थानीय स्टेट ऑपरेटिव अनूप मांझी उर्फ लाला को मामले का मुख्य संदिग्ध बताया जा रहा है। ईडी ने पहले दावा किया था कि अभिषेक बनर्जी इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन के लाभार्थी थे। वह सभी आरोपों से इनकार करते रहे हैं। 6 सितंबर को ईडी द्वारा नौ घंटे की पूछताछ के बाद अभिषेक बनर्जी ने कहा था, ‘‘इन एजेंसियों द्वारा हमें नीचे गिराना मुश्किल है। हम कांग्रेस नहीं हैं कि हम बैठकर देखेंगे। हम उन सभी जगहों पर जाएंगे जहां लोकतंत्र है भाजपा द्वारा मारा और कुचला जा रहा है।’’
ईडी ने अभिषेक बनर्जी के अलावा उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी, उनके वकील संजय बसु और दो आईपीएस अधिकारियों श्याम सिंह और ज्ञानवंत सिंह को पूछताछ के लिए तलब किया है। रुजीरा बनर्जी ने हालांकि केंद्रीय एजेंसी को बताया कि इस महामारी की स्थिति में पूछताछ के लिए दिल्ली जाना उनके लिए संभव नहीं होगा और जांच एजेंसी को उनसे पूछताछ करने के लिए कोलकाता आने के लिए कहा है।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |