कोरोना वायरस ने दुनिया में तबाही मचा रखी है। अभी भी इसका सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। स्विट्जरलैंड स्थित अंतरराष्ट्रीय मीडिया अधिकार निकाय, प्रेस प्रतीक अभियान ने कहा कि 56 देशों के लगभग 500 पत्रकारों ने 1 मार्च से COVID-19 के आगे घुटने टेक दिए हैं। मीडिया राइट्स बॉडी ने कहा कि नवंबर के महीने में ही, कम से कम 47 मीडिया वालों ने दुनिया भर में कोरोना वायरस के संक्रमण संबंधी बीमारियों का शिकार हो गए है।


कोरोना महामारी मीडिया उद्योग से अधिक से अधिक जीवन का दावा कर रही है। यह बहुत बड़ा नुकसान है। रिपोर्ट के ज्ञात हुआ है कि भारत, ब्राजील, अर्जेंटीना और मैक्सिको जैसे देशों में पत्रकारों के बीच पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है। PEC के महासचिव ब्लाइस लेम्पेन ने कहा कि अमेरिका में आधे से अधिक पीड़ित हैं, जिसके बाद एशिया में 125 मौतें हुईं, यूरोप में 38 मौतें हुईं, उत्तरी अमेरिका में 26 मौतें हुईं और अफ्रीका में 24 मौतें हुईं। पीरू सबसे भारी मौत के साथ देश बना रहा, जहां 93 मीडियाकर्मियों की मौत COVID-19 से हुई है।


जानकारी के लिए बता दें कि रिपोर्ट के अनुसार भारत में अब 51 मौतों के साथ दूसरा सबसे प्रभावित देश है। ब्राजील ने इक्वाडोर में 41, बांग्लादेश में 39, मैक्सिको में 33, यूएसए में 25, पाकिस्तान में 12 पीड़ितों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया है। मीडिया उद्योग में कई प्रिंट मीडिया मालिकों ने भौतिक समाचार पत्रों को प्रकाशित करना बंद कर दिया और डिजिटल स्पेस में स्थानांतरित कर दिया। कुछ प्रिंट हाउसों ने वेतन में कटौती की और यहां तक कि वरिष्ठ पत्रकारों सहित कर्मचारियों को भी विज्ञापन राजस्व में कमी का कारण बताया है।