कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेज केगेरी (Vishweshwar Hedge Kageri) ने सरकार को प्रक्रिया के अनुसार बिल पेश करने की अनुमति देने के अपने फैसले की घोषणा की है। अध्यक्ष ने यह भी कहा कि आज असेंबली में इस विधेयक पर चर्चा की जाएगी।

गुस्सा कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने सचमुच इस विवादास्पद बिल को पेश करने के बाद बिल को फाड़ दिया था। जानकारी दे दें कि विवादास्पद विरोधी रूपांतरण बिल जिसे कर्नाटक को धर्म अधिकार, 2021 (Religion Bill, 2021) को 20 दिसंबर को कर्नाटक कैबिनेट की मंजूरी मिली थी।
डी.के. शिवकुमार (DK Shivakumar) ने चेतावनी दी कि " यह बिल राज्य पर एक काला निशान होगा और इसे "कर्नाटक पर एक ब्लॉट" के रूप में लेबल किया जाएगा। यदि प्रस्तावित बिल पेश किया गया है तो यह राज्य में विदेशी निवेश (foreign investments) को प्रभावित करेगा "।
शिवकुमार ने कहा कि " सभी शीर्ष बीजेपी के नेताओं के बच्चे ईसाई संस्थानों में पढ़ रहे हैं। "मैंने एक ईसाई संस्थान में भी अध्ययन किया है। क्या बलपूर्वक रूपांतरणों का कोई उदाहरण है?"  यदि दो व्यक्ति प्यार में हैं और यदि दो दिल एकजुट हैं, तो क्या यह 'प्यार जिहाद' बन जाता है "।