असम की भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता रूपम गोस्वामी ने शनिवार को विपक्ष पर निशाना साधा आैर कहा कि इन दिनों कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों आैर तेल आयातकों की डाॅलर का मांग मजबूत होने से अमेरिकी डाॅलर के मुकाबले रुपए के गिरने के बाद विपक्षी दल इस मुद्दों पर राजनीतिकरण कर रही है।

गोस्वामी ने कहा कि अमेरिकी डाॅलर के कारण केवल भारतीय रुपए में गिरावट नहीं आर्इ बल्कि कर्इ देशों के मुद्रा को दबाव पड़ा है। इसका सभी देशों के घरेलू उत्पादों पर भारी दबाव पड़ने की आशंका की जा रही है। साथ ही अन्य देशों की तुलना में भारतीय मुद्रा आज भी सुरक्षित है। गोस्वामी ने कहा कि वैश्विक दबाव के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में चल रही सरकार के सटीक  नीतियों के कारण भारत विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 8.2 फीसदी आर्थिक वृद्धि हासिल करने में सक्षम रहा है। यहां तक चीन की जीडीपी ग्रोथ दर 6.7 से भी आगे निकल गया है। भाजपा प्रवक्ता ने उम्मीद जताते हुए कहा कि पूरे वर्श के दौरान आर्थिक वृद्धि का आंकड़ा 7.5 फीसदी से भी ऊपर निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि पहली तिमाही में 8.2 फीसदी की आर्थिक वृद्धि से उम्मीद जगी है कि इस वित्त वर्ष में सकल उत्पाद की वृद्धि 7.5 फीसदी से भी ऊपर निकल जाएगी।

गोस्वामी नें भारतीए स्टेट बैंक के अध्यक्ष रजनीश कुमार के बयान की हवाला देते हुए कहा कि डाॅलर के मुकाबले सभी देशों की मुद्रा में गिरावट आर्इ है, लेकिन भारतीय मुद्रा में मामूली गिरावट आर्इ है जो भारतीय अर्थव्यवस्था के हिसाब से किसी प्रकार कि चिंता की बात नहीं है।

उन्होंने कहा कि मुद्रा की गिरावट जैसे गंभीर विषय पर कांग्रेस जनता को गुमराह करने में लगी है। इन दलों के बयान आैर जमीनी हकीकत से किसी तरह मेल नहीं खा रहा है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन यूपीए के कार्यकाल में भारतीय रुपए में भारी गिरावट आर्इ है, जबकि एनडीए के दौरान डाॅलर के मुकाबले भारतीए रुपया कार्फी मजबूत हुआ है।