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राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू (dengue cases) के इस बार रिकार्ड तोड़ मामले दर्ज किए गए हैं। सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष डेंगू के 5277 (dengue cases in delhi) मामले सामने आए हैं। वहीं एक सप्ताह में 2569 डेंगू के मरीजों की पुष्टि हुई है। डेंगू के आंकड़ों की बात की जाए तो इस बार सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। वर्ष 2020 में कुल 1072 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं 2019 में 2036, 2018 में 2798, 2017 में 4726 और 2016 में 4431 मामलों की पुष्टि (delhi dengue cases) हुई थी।
नगर निगम की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में सामने आया है कि, नवंबर महीने की 13 तारीख तक ही अकेले 3740 डेंगू (delhi dengue cases) के मामले सामने आए, तो वहीं इस वर्ष डेंगू से अब तक 9 मौतें दर्ज की गई हैं। यदि हम पिछले कुछ वर्षों में बात करें तो 2016 और 2017 में डेंगू (dengue cases in delhi) के कारण 10-10 मौतें हुई थीं। वहीं 2018, 2019 और 2020 में 4, 2 और 1 मौत हुई और इस वर्ष अब तक 9 मृत्यु दर्ज हुई हैं। इसके अलावा इस वर्ष अब तक मलेरिया (Malaria Cases in Delhi) के 166 केस और चिकनगुनिया (Chikungunya Cases in Delhi) के 89 मामले सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी निगम में अब तक कुल 1612 मामले सामने आए हैं, वहीं उत्तरी निगम क्षेत्र में 1573 और पूर्वी निगम क्षेत्र में 518 मरीजों के मामले दर्ज किए गए हैं।
हालांकि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र में 59, दिल्ली कैंट में 80 मरीज तो वहीं 1420 मरीजों के पते की पुष्टि नहीं हो सकी है। डेंगू के मच्छर साफ और स्थिर पानी में पैदा होते हैं, जबकि मलेरिया के मच्छर गंदे पानी में भी पनपते हैं। डेंगू व चिकनगुनिया के मच्छर ज्यादा दूर तक नहीं जाते हैं। हालांकि जमा पानी के 50 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों के लिए परेशानी हो सकती है। दरअसल डेंगू से संक्रमित होने पर प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है। डेंगू बुखार आने पर सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होने लगता है, वहीं आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, कमजोरी, भूख न लगना, गले में दर्द भी होता है।
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