राष्ट्रीय राजधानी (Delhi Pollution) में शुक्रवार सुबह धुंध की घनी चादर दिखाई दी। वायु गुणवत्ता खराब होने से यह अब ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया है। राजधानी में सुबह दस बजे के आसपास वायु गुणवत्ता (air quality in delhi) सूचकांक (एक्यूआई) 470 अंक पहुंच गया। भारतीय मौसम विभाग (IMD) (आईएमडी) ने यह जानकारी दी है। बता दें कि राजधानी दिल्‍ली में हवा की गुणवत्‍ता दीपावली (Diwali) के एक दिन बाद से भी ज्‍यादा हो गई है। दीवाली के एक दिन बाद, पिछले शुक्रवार को 24 घंटों के लिए दिल्‍ली का औसत AQI 462 रहा था। इस शुक्रवार यानी 12 नवंबर को दोपहर 2 बजे एयर क्‍वालिटी इंडेक्‍स 470 तक पहुंच गया।


आईएमडी (IMD) ने सुबह के बुलेटिन में कहा दिल्ली-एनसीआर में 12 और 13 नवंबर को वायु गुणवत्ता बेहद खराब रहने का अनुमान है। वहीं 14 नवंबर को भी वायु गुणवत्ता (air quality in delhi) बेहद खराब की श्रेणी को पार कर जायेगा। विभाग ने कहा, आज दिन के समय हल्की हवाएं चली और शाम/रात मेें हवा के रुकने से प्रदूषण बढ़ने के लिए प्रतिकूल होगा। अगले पांच दिनों तक प्रतिकूल मौसम की स्थिति बने रहने के आसार हैं। वायु गुणवत्ता प्रणालीऔर मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान के अनुसार अगले दो दिन तक वायु गुणवत्ता बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में बनी रहने का अनुमान है। 

एजेंसी ने कहा कि आज आग के प्रभाव का असर 3914 तक कम हो गया। जबकि पीएम2.5 में पराली जलाने की हिस्सेदारी करीब 26 फीसदी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) के अनुसार फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले पीएम 2.5 आज सुबह में 346 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी। जो सुरक्षित सीमा से छह गुना ज्यादा थी। राजधानी में पीएम 10 का स्तर 504 माइक्रोग्राम घन मीटर दर्ज किया गया। राजधानी के कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर 500 से पार कर खतरनाक श्रेणी तक पहुंच गया है।