धरती से एक बड़ा खतरा टल गया है। संभावित खतरनाक श्रेणी का एक क्षुद्रग्रह शनिवार रात पृथ्वी के बहुत करीब से गुजर गया। भारतीय समय के मुताबिक रात करीब आठ बजकर 40 मिनट पर 94 हजार किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से 1.4 किमी व्यास का क्षुद्रग्रह ‘2016 एजे193’ पृथ्वी के करीब 34 लाख 27 हजार 445 किलोमीटर पास से गुजरा। नासा ने इसे संभावित खतरा घोषित किया था।

नासा ने इसे अपोलो श्रेणी के क्षुद्रग्रह (एपीओ) के तौर पर वर्गीकृत किया है। इस दायरे में उन पिंड़ों को रखा जाता है, जिनकी कक्षा पृथ्वी की कक्षा से टकराती है। अब तक कुल 11 लाख आठ हजार 846 क्षुद्रग्रह पहचाने गए हैं, जिनमें से 14 हजार 570 अपोलो श्रेणी में आते हैं। 2016 एजे193 करीब 2,160 दिन (5.91 वर्ष) में सूर्य की परिक्रमा पूरी करते हुए सूर्य के 0.60 एयू (एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट) पास व 5.93 एयू दूर तक पहुंचता है।

यह पृथ्वी की कक्षा के करीब मौजूद 99 फीसदी क्षुद्रग्रहों से बड़ा है। इसे पहली बार जनवरी 2016 में पैनोरमिक सर्वे टेलीस्कोप एंड रैपिड रिस्पांस सिस्टम (पैन-स्टारआरएस) के जरिये हवाई के हलीकाला में स्थित वेधशाला से पहचाना गया था। नासा की जेट प्रोपल्सन लैबोरेट्री के सोलर सिस्टम डायनेमिक्स अध्ययन के मुताबिक अब करीब 65 वर्ष बाद यानी 19 अगस्त, 2080 को यह धरती के करीब 69 लाख 99 हजार 373 किमी करीब से गुजरेगा।