मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में एक चक्रवातीय क्षेत्र उत्तर पूर्व- मध्य बंगाल की खाड़ी में बन रहा है। इसके 24 घंटों में दक्षिण पश्चिम के तरफ बढ़ने की संभावना है। इसका सबसे पहले असर पश्चिम बंगाल में देखने को मिलेगा। इसके बाद झारखंड में भी इसके टर्फ के कारण कहीं-कहीं मध्यम से भारी दर्जे की बारिश हो सकती है। इस दौरान एक दूसरा कम दबाव का क्षेत्र भी उत्तर-मध्य बंगाल की खाड़ी में बनने की संभावना है। इससे चक्रवात का असर गहरा हो सकता है। राज्य के मौसम अगले एक से दो दिनों में इस सिनौप्टीक फीचर का असर देखने के लिए मिलेगा। इसका राज्य के दक्षिणी जिलों में सबसे ज्यादा असर होगा।

पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में मानसून बेहद कमजोर रहा। राज्य में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। राज्य में सबसे ज्यादा बारिश दुमका के मोहारो में 45.8 मिमी बारिश रिकार्ड की गयी। जबकि सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान राज्य में गोड्डा जिले में 37.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान चाईबासा में 22.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार मध्य सितंबर के बाद से राज्य में एक बार फिर से मानसून की स्थिति बेहतर होने की संभावना है।